सिर्फ ज्ञान से व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता: उपेन्द्र राय

Last Updated 15 Nov 2019 02:05:24 PM IST

राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट की नौवीं वर्षगांठ बृहस्पतिवार को सोनारपुरा स्थित सहारा इण्डिया काशी निकेतन में धूमधाम से मनायी गयी।


राष्ट्रीय सहारा वाराणसी की 9वीं वर्षगांठ: समारोह में सहारा न्यूज नेटवर्क के प्रिंसिपल एडवाइजर उपेन्द्र राय, राष्ट्रीय सहारा के समूह संपादक मनोज तोमर, संपादकीय सलाहकार विजय राय, यूनिट हेड विभूति नारायण चतुर्वेदी, ब्यूरो चीफ ज्ञान सिंह रौतेला

इस अवसर पर यूनिट के कर्तव्ययोगियों को सम्बोधित करते हुए सहारा न्यूज नेटवर्क के प्रिंसिपल एडवाइजर उपेन्द्र राय ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में बहुत ही संयम और धैर्य की जरूरत होती है। इस क्षेत्र में वही व्यक्ति सफल हो सकता है जिसके अन्दर त्याग और साहस हो। वैसे तो हर पेशे में चुनौतियां हैं लेकिन पूरे मनोयोग और निष्ठा से काम करने वाला व्यक्ति ही सफल होता है। ज्ञान अर्जित करना बहुत आसान काम है लेकिन सिर्फ ज्ञान से व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता। ज्ञान अर्जित करने के बाद उसका सही सदुपयोग होना चाहिए जिससे समाज व देश को नई दिशा मिल सके।

श्री राय ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति के चेहरे पर हर समय ताजगी महसूस होती रहनी चाहिए। बोझिल मन से काम करने पर उसका सीधा असर खबरों पर दिखाई देता है। पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियों को अपनी पैनी नजर हर तरफ रखनी चाहिए। समाज के किसी भी क्षेत्र में काम करने वाला वही व्यक्ति सफल हो पाता है जिसके अन्दर काम करने का जज्बा होता है।

उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति वही कार्य करे जिससे उसको मोहब्बत हो। जिम्मेदारियों का साहस के साथ निर्वहन करने से व्यक्तित्व का तेजी से विकास होता है।

उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में वही व्यक्ति सफल होता है जो हर कार्य को एक खेल के रूप में लेता है। चुनौतियों का हंसते-मुस्कराते सामना करते रहना चाहिए।

श्री राय ने कहा कि डरना तो मनुष्य की प्रवृति है। कोई डर से छिप जाता है तो उसे कायर कहा जाता है लेकिन जो डर का सामना करता है वही बहादुर कहलाता है। कठिन हालात में भी व्यक्ति को घबराना नहीं चाहिए। हर समय व्यक्ति के मन में रचनात्मक भाव जागृत होता रहे तभी वह सफल हो सकता है।

राष्ट्रीय सहारा वाराणसी यूनिट की नौवीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गयी

उन्होंने कहा कि समाज में ‘बेचारा’ वही होता है जिसके पास समझ की कमी होती है कि आगे क्या करना है। लक्ष्य तय कर लगातार आगे वढ़ने का सपना देखने वाला व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करने का हकदार होता है।

इस मौके पर राष्ट्रीय सहारा के समूह संपादक मनोज तोमर व सम्पादकीय सलाहकार विजय राय ने भी अपने विचार रखे और वाराणसी यूनिट के कर्तव्ययोगियों को बधाई दी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के स्टाम्प, पंजीयन व न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल ने राष्ट्रीय सहारा वाराणसी की नौवीं वर्षगांठ पर कार्यालय परिसर में आकर शुभकामनाएं दीं। यूनिट हेड विभूति नारायण चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय सहारा के पिछले नौ साल की उपलब्धियों का खाका पेश किया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद श्री कांचीकाम कोटि पीठ के वटुकों ने वैदिक मंगलाचरण तथा केदारघाट स्थित श्रीविद्यामठ के बटुकों ने स्वस्तिवाचन किया। वरिष्ठों का स्वागत अंगवस्त्रम व पुष्पगुच्छ देकर किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। राष्ट्रीय सहारा के कार्यालय में दसवें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर विधि-विधान से पूजन किया गया।

एसएनबी
वाराणसी


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment