गेस्ट हाउस कांड: मायावती ने मुलायम के खिलाफ मुकदमा वापस लिया
लोकसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी से सभी रिश्ते तोड़ने वाली बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ 1995 के गेस्ट हाउस केस को वापस ले लिया है।
![]() मुलायम सिंह यादव, मायावती (फाइल फोटो) |
मायावती के इस कदम को उत्तर प्रदेश में पिछले महीने 11 विधानसभा सीटों पर हुये उपचुनाव में बसपा की खराब हालत के बाद उनके फिर से सपा के नजदीक जाने के रूप में देख जा रहा है।
बसपा के महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त जब दोनों दलों में समझौता हुआ था तब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गेस्ट हाउस केस से मुलायम सिंह यादव का नाम वापस लेने की अपील की थी।
बसपा प्रमुख ने वायदा किया था कि वो केस को वापस ले लेंगी और उन्होंने अपना वायदा निभाया है।
बसपा के सूत्रों ने कहा कि पार्टी प्रमुख ने इस मामले को महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र को देखने को कहा था। लोकसभा चुनाव के लिये सपा बसपा के बीच पिछले 12 जनवरी को गठबंधन हुआ था और इसकी भूमिका उसी दिन तैयार कर ली गई थी।
सपा और बसपा के बीच 1993 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था और मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने थे। बाद में दोनों दलों के बीच तल्खी आ गई और बसपा ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
2 जून 1995 को मायावती राजधाली लखनऊ के मीराबाई मार्ग के गेस्ट हाउस में पार्टी विधायकों के साथ बैठक कर रही थी कि सपा के सदस्यों ने उन्हें घेर लिया और बदसलूकी की।
मायावती के अनुसार उन्हें जान से मार देने की योजना थी। उन्हें भारतीय जनता पार्टी के नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी ने बचाया था।
मायावती ने इसके लिये मुलायम सिंह यादव, उनके भाई शिवपाल यादव, बेनी प्रसाद वर्मा, आजम खान समेत कई सपा नेताओं के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
मायावती ने सिर्फ मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा वापस लिया है। अन्य नेताओं के खिलाफ नहीं।
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