यूपी बोर्ड की 10वीं-12वीं के नतीजे घोषित, कानपुर के गौतम रघुवंशी 10वीं के टॉपर

Last Updated 27 Apr 2019 09:52:09 AM IST

एशिया के सबसे बड़े परीक्षा आयोजक उत्तर प्रदेश माध्यामिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम आज घोषित कर दिए गए हैं।




प्रतिकात्मक फोटो

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की 2019 की हाईस्कूल की परीक्षा में कानपुर के ओंकारेश्वर एसवीएन इंटर कालेज के गौतम रघुवंशी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में बागपत के श्रीराम एसएम इंटर कालेज, बरौत की तनु तोमर ने प्रथम स्थान हासिल किया है।         

शनिवार को यहां स्थित माध्यमिक शिक्षा परिषद के प्रेक्षागृह में 2019 के परीक्षाफलों की घोषणा करते हुए शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) विनय कुमार पांडेय ने संवाददाताओं को बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में कानपुर के गौतम रघुवंशी ने 97.17 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, जबकि इंटरमीडिएट में तनु तोमर ने 97.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।        

उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में बाराबंकी के साई इंटर कालेज के शिवम 97 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे, जबकि इसी जिले की महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कालेज की तनुजा विकर्मा 96.83 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तीसरे पायदान पर रहीं।        

पांडेय ने इंटरमीडिएट परीक्षा में अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों का विवरण देते हुए बताया कि गोंडा जिले के पंडित राजाराम उपाध्याय इंटर कालेज की भाग्य श्री उपाध्याय 95.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरे पायदान पर रहीं, जबकि प्रयागराज के एसपी इंटर कालेज, कोरांव की आकांक्षा शुक्ला 94.80 अंक प्राप्त कर तीसरे पायदान पर रहीं।        

उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में सबसे अच्छा प्रदर्शन मुफ्फरनगर जिले का रहा जहां 91.80 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में सबसे अच्छा प्रदर्शन लखनऊ का रहा जहां 89.28 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।        

पांडेय ने बताया कि हाईस्कूल में सबसे खराब प्रदर्शन मिर्जापुर जिले का रहा जहां 67.64 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इसी तरह, इंटरमीडिएट में सबसे खराब प्रदर्शन हाथरस जिले का रहा जहां महज 48.62 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।

   
हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं एक साथ सात फरवरी से शुरू हुई थी। हाईस्कूल की परीक्षा कुल 14 कार्य दिवसों में पूरा होकर 28 फरवरी को समाप्त हुई जबकि इण्टरमीडिएट की परीक्षा कुल 16 कार्य दिवसों में सम्पादित होकर दो मार्च को समाप्त हुई थी।


     
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल में 1740021 संस्थागत और 16717 व्यक्तिगत बालक एवं 1432237 संस्थागत एवं 6628 व्यक्तिगत बालिका थी। इसी प्रकार इंटरमीडिएट में 1377499 संस्थागत एवं 45110 व्यक्तिगत बालक जबकि 1166545 संस्थागत और 67275 व्यक्तिगत बालिकाएं थी।


   
गौरतलब है कि यूपी बोर्ड का गठन 1921 में इलाहाबाद में हुआ। वर्ष 1923 में यूपी बोर्ड का पहली परीक्षा आयोजित करायी गयी। यूपी बोर्ड ने शुरुआत से ही 10 प्लस दो प्रणाली को अपनाया। बोर्ड की पहली परीक्षा 10 साल बाद आयोजित होती है जिसे हाईस्कूल कहते हैं।  इसके दो साल बाद होने वाली बोर्ड की परीक्षा को इंटरमीडिएट कहा जाता है। वर्ष 1923 से पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को आयोजित करती थी।

बोर्ड की पहली परीक्षा हाईस्कूल में 5655 परीक्षार्थी और इण्टर मीडिएट में 89 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शम्मिलित हुए थे। इन्टरमीड़एिट परीक्षा में 58 लाख छह हजार 922 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसमें हाईस्कूल के लिए 31 लाख 79 हजार 347 और इंटरमीडिएट के लिए 26 लाख 27 हजार 575 परीक्षार्थी थे।

परीक्षार्थी यूपी बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट upmsp.edu.in पर जाकर नतीजे देख सकते हैं। इस वेबसाइट के अलावा स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट upresults.nic.in, upmspresults.up.nic.in और results.gov.in पर भी चेक कर पाएंगे।

इस लिंक पर करे क्लिकupresults.nic.in/

 

 

एजेंसियां
प्रयागराज


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment