मोदी बोले, विपक्ष का मंत्र है- जात-पात जपना, जनता का माल अपना
समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ कन्नौज में राष्ट्रवाद के साथ-साथ जातिगत समीकरणों को साधते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खुद में प्रधानमंत्री का अक्स ढूंढ़ने वालों के पास देश की सुरक्षा और गरीबों के विकास की कोई योजना नहीं है।
![]() प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
कन्नौज के तिर्वा में मां अन्नपूर्णा मेला मैदान पर चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुये मोदी ने शनिवार को कहा, ‘‘तीसरे चरण का मतदान खत्म होते होते महामिलावटी गठबंधन का खेल खत्म हो गया। जनसभाओं में उमड़ रही भीड़ ने अवसरवादियों और महामिलावटियों के होश उड़ा दिये हैं, जिसके बाद बौखला कर ये लोग अब मेरी जाति प्रमाणित करने में जुट गये है। यह पहली बार नहीं है जब विरोधियों ने मुझे गाली दी हो। इससे पहले के चुनाव में भी दो तीन चरणों के बाद विपक्षी मुझे नीचा दिखाने के लिये सारी मर्यादायें तोड़ते आये हैं।’’
उन्होने कहा, ‘‘जाति की राजनीति में मुझे मत घसीटिये। मैं कभी भी जाति के नाम पर राजनीति का पक्षधर नहीं रहा। जब तक मेरे विरोधियों ने मुझे गाली नहीं दी, इस देश को पता ही नहीं था कि मेरी जाति कौन सी है लेकिन अब मैं बहन जी, अखिलेश जी और कांग्रेस का आभारी हूं कि वे मेरे पिछड़ेपन की चर्चा कर रहे हैं। आपके लिए पिछड़ी जाति में पैदा होना राजनीति का खेल होगा, मेरे लिए मां भारती की सेवा करने का सौभाज्ञ है। मेरी जाति इतनी छोटी है कि गांव में इस जाति का एक आध घर भी नहीं होता है। मैं तो सिर्फ इतना चाहता हूं कि पूरे देश के अगड़ी और पिछड़ी जाति के लोग आगे हो ताकि देश का विकास संभव हो सके।’’
मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष मजबूर सरकार चाहती है क्योंकि ‘जात पात जपना, जनता का माल अपना’ उनका मंत्र है।
मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोग एक दूसरे को प्रधानमंत्री का दावेदार बताकर अपना हित साध रहे हैं। इन्हे स्वयं के परिवार की चिंता है। देश के विकास में बाधक आतंकवाद से निपटना इनके बूते की बात नहीं है बल्कि ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सेना की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े करते है। इस मामले में इनको पाकिस्तान के दावों में सच्चाई नजर आती है। यह बलिदानियों तपस्वियों का देश है जो किसी भी स्थिति में भारत के स्वाभिमान और सुरक्षा से समझौता नहीं करते। भारत आतंकियों का सबसे बडा टारगेट है। पाक में आतंक की फैक्ट्रियां चल रही है। इससे निपटने के लिये सपा बसपा के पास कोई फॉर्मूला है क्या।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा बसपा वाले बतायें कि आतंकवाद से डरते हैं या उन्हें बचाने के लिये बैठे हैं। ये पाक के झूठ को सच मानते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक को झूठ मानते हैं। दरअसल, आतंकियों के साथ हमदर्दी जताकर ये अपने परिवारों का भविष्य देख सकते है। इन्हें देश के भविष्य की चिंता नहीं है। उन्हें पता होना चाहिये कि नया हिन्दुस्तान अब डरेगा नहीं। नया हिंदुस्तान आतंकियों के घर में घुसकर मारेगा। जब देश की सीमायें सुरक्षित रहेंगी तभी देश ठीक से चलेगा। यही कारण है कि 23 मई को इतिहास बनने वाला है।
मोदी ने कहा कि नई पीढ़ी सपा-बसपा के अवसरवाद को अच्छी तरह जानती है। तिर्वा में सपा ने कैसे डॉ अंबेडकर का अपमान किया था। बसपा ने इसे भुला दिया जब सपा सरकार ने मेडिकल कॉलेज में अंबेडकर के नाम की पट्टी को उखाड़कर फेंक दिया था। अब मायावती उन्हीं के लिये वोट मांग रही है। बाबा साहब को अपमानित करने वालों को गले लगा रही है। ये लोग अपने स्वार्थ के लिये अपमान को भी कुर्सी के नीचे छिपाकर कुर्सी से चिपक जाते हैं।
उन्होंने कहा कि वास्तव में यह चुनाव भाजपा का उम्मीदवार, नेता या कार्यकर्ता नहीं लड़ रहा है बल्कि उत्तर प्रदेश की जनता लड़ रही है। वह बहन लड़ रही है जिसे उज्ज्वला योजना के तहत मिले गैस सिलेंडर के कारण धुयें से निजात मिली है और सम्मान की रक्षा के लिये इज्जतघर मिला है। वह गरीब भाई बहन लड़ रहा है जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के घर की चाभी मिली है। वह बूढ़े मां-बाप लड़ रहे हैं जिन्हे आयुष्मान योजना के तहत बच्चे के इलाज की सुविधा बड़े अस्पताल में मिली है। मोदी का प्रचार किसान कर रहा हैं जिसे सम्मान निधि से खाते में पैसे मिलना तय हुआ है।
मोदी ने कहा, ‘‘2022 में आजादी के 75 साल होने वाले है। वीर सपूतों ने आजादी की लड़ाई थी। हमे सुराज के लिये लड़ना है। समृद्धि की ऊंचाई के लिये लड़ना चाहते है। तिरंगा में बसे रंग की तरह आगे बढ़ना है। केसरिया रंग केसरिया क्रांति यानी ऊर्जा का प्रतीक है। कोयला, पानी और हवा से मिलने वाली ऊर्जा के सही इस्तेमाल से देश में प्रगति के द्वार खोले जा सकते है। श्वेत रंग दुग्ध क्रांति की प्रेरणा देता है जबकि हरा हरित क्रांति का द्योतक है। आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से कृषि और बागवानी के क्षेत्र में क्रांति लायी जा सकती है जिससे देश का किसान समृद्ध होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तिरंगे का चक्र नीले रंग का बना है जो समुद्र और नदियों की ताकत को दर्शाता है। तिरंगे का डंडा मजबूत होना चाहिये यानी इन्फ्रास्ट्रक्चर इतना मजबूत हो कि दुनिया उसको सराहे। रेल, सड़क, हवाई अड्डा, डिजीटल इंडिया, गैस, पानी लाइन इन्फ्रास्ट्रक्चर की पहचान है। इन पंचतत्व के सहारे देश को विकास की बुलंदियों तक ले जाया जा सकता है।
यादव बाहुल्य क्षेत्र में मोदी ने कहा कि यह बाल गोपाल की धरती है जबकि आपका चौकीदार श्रीकृष्ण की नगरी से आया है। गुजरात में पैदा होकर गोपा लोगों की धरती से आया है। जहां कृष्ण ने अपना शरीर छोड़ा था। दुग्ध उत्पादकों को पशुधन के जरिये आमदनी हो, इसके लिये प्रयास किये जा रहे है। दुग्ध किसानों को क्रेडिट कार्ड की सुविधा दी जा रही है। पशुधन के लिये राष्ट्रीय कामधेनु आयोग बनाया जा रहा है जो गोवंश की सुरक्षा से लेकर गौशालाओं की देखरेख करेगा।
पशुधन के साथ किसान परिवारों के जीवन को ऊंचा उठाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये कई मोर्चों पर काम किया जा रहा है। आलू किसानों को नुकसान ना हो। इसके लिये कन्नौज, फर्रूखाबाद और फिरोजाबाद में क्लस्टर बनाने का बीड़ा उठाया है।
उन्होंने कहा कि महामिलावट के लोग चाहे जितना प्रयास कर लें, आएगा तो मोदी ही।
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