भारत में मोटर वाहनों की खुदरा बिक्री जून में सालाना आधार पर करीब पांच प्रतिशत बढ़ी। यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों सहित सभी वाहन खंडों में वृद्धि दर्ज की गई।
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फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने सोमवार को कहा कि पिछले महीने कुल मोटर वाहन पंजीकरण 20,03,873 इकाई रहा, जो जून 2024 के 19,11,354 इकाई की तुलना में 4.84 प्रतिशत अधिक है। यात्री वाहन (पीवी) की खुदरा बिक्री पिछले महीने सालाना आधार पर दो प्रतिशत बढ़कर 2,97,722 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,90,593 इकाई थी।
फाडा के अध्यक्ष सी. एस. विग्नेश्वर ने बयान में कहा, ‘‘ भारी बारिश और बाजार में नगदी की कमी के कारण ग्राहकों की संख्या पर असर पड़ा, जबकि बढ़ी हुई प्रोत्साहन योजनाओं और नई बुकिंग से चुनिंदा ग्राहकों को मदद मिली।’’
दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री जून में सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 14,46,387 इकाई हो गई। वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) का पंजीकरण जून में सात प्रतिशत बढ़कर 73,367 इकाई हो गया।
तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले महीने सात प्रतिशत बढ़कर 1,00,625 इकाई हो गई, जबकि ट्रैक्टर पंजीकरण नौ प्रतिशत बढ़कर 77,214 इकाई हो गया।
अप्रैल-जून की अवधि में कुल खुदरा बिक्री सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 65,42,586 इकाई हो गई, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 62,39,877 इकाई थी।
यात्री वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर तीन प्रतिशत बढ़कर 9,71,477 इकाई हो गई। इसी तरह, दोपहिया वाहनों का पंजीकरण सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 47,99,948 इकाई हो गया।
अप्रैल-जून की अवधि में वाणिज्यिक वाहनों और तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री क्रमशः एक प्रतिशत और 12 प्रतिशत बढ़ी। ट्रैक्टर पंजीकरण सालाना आधार पर छह प्रतिशत बढ़कर 2,10,174 इकाई हो गया।
निकट भविष्य में कारोबारी परिदृश्य के बारे में फाडा ने कहा कि जुलाई में सामान्य से अधिक मानसून का पूर्वानुमान....क्षेत्रीय भिन्नताओं के साथ ग्रामीण मांग को बढ़ावा मिलने की संभावना है। हालांकि भारी से बहुत भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में ‘लॉजिस्टिक’ संबंधी जटिलताएं उत्पन्न होंगी। साथ ही खरीफ की अग्रिम बुवाई पिछले साल की तुलना में 11 प्रतिशत बढ़कर 262.15 लाख हेक्टेयर हो गई है, जो कृषि आय में वृद्धि को दर्शाता है और दूरदराज के इलाकों में दोपहिया वाहनों की मांग के लिए शुभ संकेत है।
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