छत्तीसगढ़ की गोशाला का हाल, एक हफ्ते में 200 से ज्यादा गायें मरीं
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक की एक गोशाला में एक सप्ताह के भीतर 200 से ज्यादा गायों की मौत हो गयी है.
![]() छत्तीसगढ़ की गोशाला में एक हफ्ते में 200 से ज्यादा गायें मरीं (file photo) |
राजपुर गांव के गोशाला संचालक ने मरी हुई गायों को चुपचाप दफना दिया. मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं. पशु चिकित्सकों के दल को मामले की जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा के मुताबिक गोसेवा आयोग की शिकायत पर गायों की मृत्यु के मामले में हरीश वर्मा से पूछताछ की जाएगी. एसडीएम ने भी घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि घटना की जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा. कुछ गाएं मूíछत हैं जिनका इलाज चल रहा है.
मामला शुक्रवार को तब उजागर हुआ जब सोशल मीडिया पर मरी हुई गायों की तस्वीरें वायरल हुई. घटना की जानकारी गोशाला के संचालकों ने न तो प्रशासन को दी और ना ही पशुपालन विभाग को. गांव के सरपंच सेवाराम साहू का कहना है कि भुखमरी के चलते 200 से ज्यादा गायों की मौत हुई है.
गोशाला में लगभग पांच सौ गायें हैं. मौतें एक सप्ताह के भीतर हुई हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस गोशाला में न तो चारा है और न ही दाना-पानी. इसी वजह से गायों की मौत हुई है.
दुर्ग जिले केअतिरिक्त जिला दंडाधिकारी संजय अग्रवाल के मुताबिक गोशाला में पिछले तीन दिनों में 27 गायों की मौत हुई है. इस गोशाला को गोशाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और जामुल नगर पालिका के उपाध्यक्ष बीजेपी नेता हरीश वर्मा चलाते हैं. हरीश वर्मा ने कहा कि 15 तारीख को क्षेत्र में तेज बारिश के कारण गोशाला की 90 फीट लंबी दीवार गिर गई थी. चोट लगने के कारण ही पिछले तीन दिनों में 27 गायों की मौत हुई है.
कांगेस ने आरोप लगाया है कि गायों की मौत भूख के कारण हुई है. प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ज्ञानेश शर्मा के मुताबिक धमधा में करीब 250 गायों की मौत हुई है. इससे पहले जुलाई में ही रायगढ़ जिले में स्थित चक्रधर गोशाला में 15 गायों की मौत और उससे भी पूर्व दुर्गुकोंदल के कर्रामाड़ स्थित गोशाला में अगस्त 2016 में करीब 150 गायों की मौत हुई थी.
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