गुस्साए शिक्षामित्रों ने ट्रेन रोकने का किया प्रयास
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के डेढ़ लाख से अधिक शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में समायोजित किए जाने की प्रक्रिया के विरुद्ध आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से गुस्साए शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को ट्रेन रोकने का प्रयास किया.
![]() (फाइल फोटो) |
आदर्श समायोजित शिक्षक (शिक्षामित्र) वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को मथुरा छावनी स्टेशन पर पहुंचकर कासगंज जाने वाली सवारी गाड़ी रोकने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया.
बाद में, शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंच कर वहां ताला डाल दिया और काफी देर तक सरकार के विरद्ध नारेबाजी करते रहे. बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों को आते देख कार्यालय में उपस्थित कर्मचारी उनके पहुंचने से पहले ही वहां से चले गये.
शिक्षामित्रों की मांग है कि सरकार इस मामले में न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल करे या फिर मामले की सुनवायी संविधान पीठ से करवाने का प्रयास करे. उनका कहना है कि आम शिक्षकों के समान ही कार्य करने वाले शिक्षामित्रों के मामले में समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को सरकार स्वीकार करे.
अवर पुलिस अधीक्षक (नगर) श्रवण कुमार सिंह ने बताया, शिक्षामित्रों को शहर में कहीं भी शांति व्यवस्था भंग करने का कोई मौका नहीं दिया गया है. छावनी स्टेशन पर पहुंचे शिक्षामित्रों को ट्रेन रोकने से पूर्व ही मौके से हटा दिया गया था.
उन्होंने कहा कि फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. स्थिति पूरी तरह शांत एवं नियंत्रण में है.
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