गोमाता की जय बोलने से नहीं होगा गाय का संरक्षण : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि केवल ‘गोमाता की जय’ बोलने मात्र से गाय का संरक्षण नहीं होगा, बल्कि इसके लिये ईमानदारी से अपने स्तर से भी प्रयास किये जाने चाहिये.
(फाईल फोटो) |
योगी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा के अभिनन्दन समारोह में कार्यकर्ताओं से कहा कि गो माता की जय बोलने से गाय का संरक्षण नहीं हो पाएगा. जय बोलें लेकिन ईमानदारी से अपने स्तर से भी प्रयास करें, तभी गो माता बच पाएंगी.
उन्होंने गोवंश की सुरक्षा सम्बन्धी अपनी सरकार की प्राथमिकता को दोहराते हुए कहा कि गौकशी और गौ तस्करी पर रोक लगायी गयी है, और इसके विरुद्ध काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
योगी ने कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अपने दायित्वों के प्रति हमें जागरूक होना होगा. हमें अपने बीच की कुरीतियों को दूर करना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हर जाति के महापुरुषों को जाति के आधार पर बांट दिया है. यह घोर पाप है. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम ने आजादी के प्रति नई जान फूंकी है. लेकिन आज हम इसे दुर्भाग्य कहे कि इसे सांप्रदायिकता की राजनीति साथ जोड़ा गया है. हमें अपने महापुरषों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है.
महापुरुषों के जन्मदिन पर दी जाने वाली छुट्टी खत्म करने का औचित्य बताते हुए योगी ने कहा कि उस दिन विद्यालयों में महापुरुषों के जीवन-दर्शन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चाएं की जाएंगी, जिससे आज की पीढ़ी उनके विषय में जानकारी प्राप्त कर सके.
योगी ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि प्रिंट मीडिया की प्रासंगिकता कभी खत्म नहीं होगी. उसी प्रकार विजुअल मीडिया भी नये परिवेश में अपने महत्व को स्थापित कर रहा है, लेकिन अगर जनभावनाओं की अनदेखी की गयी तो सोशल मीडिया इन दोनों को पछाड़ सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यही एक बड़ी चुनौती है, इसलिये मीडिया को अपनी विश्वसनीयता बनाये रखनी होगी. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में लोग अखबार नहीं पढ़ेंगे और टीवी भी नहीं देखेंगे, क्योंकि उनकी जेब में रखा एक मोबाइल फोन उन्हें सूचनाएं उपलब्ध करा देगा.
सोशल मीडिया आजकल इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि कुछ सेकेंड में सूचनाएं या खबरें करोड़ों लोगों तक पहुंच जाती हैं.
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