राजस्थान के कई जिलों में लगातार भारी बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
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राज्य की कई नदियां उफान पर हैं और पानी निकालने के लिए बांधों के गेट खोलने पड़े हैं।
लगातार बारिश से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर एवं टोंक शामिल हैं। कई बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बसे गांव जलमग्न हो गए हैं।
इसी तरह परवन नदी के उफान पर होने के कारण बारां-झालावाड़ राजमार्ग भी बंद है। झालावाड़ में भवानीमंडी के कई गांव रेवा नदी के उफान पर होने के कारण जलमग्न हो गए हैं।
झालावाड़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ट्रैक्टर पर सवार होकर प्रभावित इलाकों में पहुंचे।
भारी बारिश के कारण बूंदी, उदयपुर और दौसा में हुए हादसों में स्कूल, घर और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उदयपुर के कोटड़ा की पीपला ग्राम पंचायत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो कमरे सोमवार रात ढह गए।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले चौबीस घंटे में कई जगह हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई। सर्वाधिक बारिश अटरू (बारां) में (109.0 मिलीमीटर) दर्ज की गई। इस दौरान सर्वाधिक अधिकतम तापमान गंगानगर में (40.3 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया।
मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार मंगलवार को दक्षिण-पूर्वी एवं उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में भारी, अतिभारी और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।
वहीं बुधवार और बृहस्पतिवार को भरतपुर, जयपुर एवं अजमेर संभाग में कहीं-कहीं भारी और अतिभारी बारिश होने तथा बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है।
बीकानेर, अजमेर, जयपुर एवं भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर एक अगस्त को जारी रहने की संभावना है।
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