अब छात्र नहीं कर सकेंगे सुसाइड…! कोटा के हॉस्टल और PG में लगाए जा रहे हैं स्प्रिंग लोडेड फैन
देश के सबसे बड़े कोचिंग हब माने जाने वाले राजस्थान के कोटा में एक के बाद सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामलों में 15 अगस्त 2023 की रात को भी एक कोचिंग स्टूडेंट ने खतरनाक कदम उठाया था।
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सपनों का शहर कहे जाने वाले राजस्थान के कोटा में लाखों बच्चे कोचिंग करने पहुंचते हैं। लेकिन यहां छात्रों के सुसाइड के भी कई मामले सामने आते रहते हैं। कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स के बढ़ते सुसाइड ने अभिभावकों और सरकार दोनों की चिंता बढ़ा दी है।
बता दें कि इस तरह से पिछले आठ महीने में कोटा में अब तक सुसाइड करने वालों की संख्या 21 हो गई है। सिर्फ अगस्त में 4 छात्रों ने जान दी है।
छात्रों के सुसाइड करने की वजह में इंटरनल टेस्ट, प्रेम प्रसंग, ब्लैकमेलिंग और अभिभावकों की महत्वाकांक्षा है। लेकिन अब इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने एक सराहनीय प्रयास शुरू किया गया है।
कोटा में लगातार हो रहे स्टूडेंट सुसाइड के मामलों को लेकर अब सभी हॉस्टल्स और पीजी यानि पेइंग गेस्ट आवासों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाए जा रहें हैं।
#WATCH छात्रों के आत्महत्या के मामलों को कम करने के लिए कोटा के सभी छात्रावासों और पेइंग गेस्ट (पीजी) आवासों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाए गए हैं। (17.08) https://t.co/0dQcrz1gnR pic.twitter.com/VU5T3cpn53
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 18, 2023
इस तकनीकी की खासियत यह है कि जब कोई पंखे से लटक कर फांसी लगाने का प्रयास करेगा तो उस दौरान पंखा नीचे की तरफ लटक जाएगा। जिससे उसकी मौत नहीं होगी।
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने छात्रों में बढ़ते आत्महत्या के मामले और इसे कम करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर बात की। उन्होंने कहा कि छात्रों में बढ़ते आत्महत्या मामलों को लेकर प्रशासन द्वारा इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। पंखे में लगाया जाना वाला स्प्रिंग बेंगलुरु की एक कंपनी ने बनाया है। जिसका सफल डेमो पूर्व में किया जा चुका है।
#WATCH राजस्थान: कोटा में हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने छात्रों में बढ़ते आत्महत्या के मामले और इसे कम करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर बात की। (17.08) pic.twitter.com/MXhmUY3RA8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 18, 2023
राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने के लिए हर साल हजारों की संख्या में स्टूडेंटस आते हैं।
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