राजस्थान में माली समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन के बीच पिछले मंगलवार को पेड़ से फांसी लगातर आत्महत्या करने वाले एक व्यक्ति का शनिवार देर रात उसके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन को आशंका थी कि कहीं परिजन शव को आंदोलन स्थल पर न ले जाएं, इसलिए शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को मृतक के परिजनों के साथ बैठक की।
पुलिस ने बताया कि शव को शनिवार रात परिजनों को सौंप दिया गया और पुलिस सुरक्षा के बीच इसे गांव ले जाया गया, जहां देर रात उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अलग से 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली समुदाय के लोगों ने भरतपुर में जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को पिछले कुछ दिनों से अवरुद्ध कर रखा है। रविवार को लगातार 10वें दिन भी आंदोलन जारी रहा।
समुदाय के सदस्य अलग से 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। वर्तमान में इस समुदाय को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आरक्षण मिल रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी माली समुदाय से आते हैं।
समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में जयपुर में गहलोत से मुलाकात की थी। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने उन्हें ओबीसी आयोग द्वारा सर्वेक्षण कराने का आश्वासन दिया था। समुदाय के सदस्यों का कहना है कि वे सर्वेक्षण शुरू होने पर आंदोलन समाप्त कर देंगे।
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