हाथरस गैंगरेप एंड मर्डर को बारां की घटना से तुलना करना दुर्भाग्यपूर्ण - सीएम गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को कहा कि राज्य के बारां में हुई घटना की तुलना हाथरस जैसी वीभत्स घटना से करके विपक्ष एवं मीडिया का एक वर्ग जनता को गुमराह कर रहा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो) |
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है। उसकी जितनींिनदा की जाए उतनी कम है, लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना की तुलना हाथरस की घटना से की जा रही है, जबकि बारां में बालिकाओं ने दंडाधिकारी के समक्ष स्वयं दिए बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने तथा अपनी मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही।‘’
गहलोत ने कहा, ‘‘बालिकाओं की चिकित्सकीय जांच भी कराई गई और जांच में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं। जांच आगे भी जारी रहेगी।’’
मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘घटना होना एक बात है और कार्रवाई होना दूसरी। घटना हुई तो कार्रवाई भी तत्काल हुई। मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से इस मामले की तुलना करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहा है।’’
घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
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उल्लेखनीय है कि राज्य के बारां थानांतर्गत दो नाबालिग बहनें 19 सितंबर को घर से लापता हो गयीं थीं, जिन्हें 22 सितंबर को कोटा में बरामद किया गया। बयान दर्ज करने के बाद इन बालिकाओं को उनके परिजन को सौंप दिया गया था।
पुलिस के अनुसार, दोनों बालिकाओं ने अपने बयानों में स्पष्ट किया था कि उनसे दुष्कर्म नहीं हुआ। दोनो की चिकित्सकीय जांच में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने राज्य में दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
विधायक शर्मा ने कहा कि पिछले 10 दिन में राजस्थान में शर्मसार करने वाली कई घटनाएं हुई हैं और सरकार इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।
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