गहलोत परिवार पर छापेमारी के बाद भड़की कांग्रेस, बोली- मोदी के 'रेडराज' से नहीं डरेगी राजस्थान की जनता

Last Updated 22 Jul 2020 03:20:14 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के फार्म हाउस व अन्य परिसरों पर ईडी के छापों को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि रेड की धमकी से कांग्रेस डरने वाली नहीं हैं।


कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (फाइल फोटो)

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपने इस देश में 'रेडराज' पैदा किया हुआ है। आपके इस 'रेडराज' से राजस्थान डरने वाला नहीं। आपके 'रेडराज' से राजस्थान की आठ करोड़ जनता घबराने वाली नहीं है।'

अधिकारियों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने उर्वरक घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री के भाई के परिसरों तथा देश में कई अन्य स्थानों पर छापे मारे।

सुरजेवाला ने कहा,' जैसे ही भाजपा का राजस्थान चुनी हुई सरकार को गिराने का षडयंत्र शुरू हुआ तभी से केंद्र सरकार की ओर से आयकर, ईडी व सीबीआई से इस तरह के काम करवाए जा रहे हैं। जब वे इन सारे हथकंडों में फैल हो गए तो यह छापेमारी का काम कर रहे हैं।'

सुरजेवाला के अनुसार अग्रसेन गहलोत का' कसूर केवल इतना है कि वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई हैं। वे न राजनीति में हैं ने उनका राजनीति से सरोकर है। सुबह से केंद्रीय सशस्त्र बल के साथ ईडी उनके घर छापे मार रही है।'

सुरजेवाल ने कहा कि भाजपा लगातार राजस्थान की चुनी हुई सरकार को गिराने का षडयंत्र कर रही है। ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स को केंद्र की भाजपा सरकार के अग्रिम संगठन बताते हुए उन्होंने कहा, 'जब भाजपा का संगठन विफल हो जाता है, पार्टी विफल होती है, पार्टी नेतृत्व विफल हो जाता है तो ईडी इनकम टैक्स व सीबीआई आगे आ जाते हैं। लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान के बहादुर विधायक डरने वाले नहीं।'

सुरजेवाला ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से राजस्थान की जनता, यहां के विधायक व मुख्यमंत्री डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाईयों से राज्य की गहलोत सरकार अस्थिर नहीं होगी।

ईडी ये तलाशी अभियान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत चला जा रही है।

ईडी ने कथित फर्टिलाइजर घोटाले के मामले में सीमा शुल्क विभाग की शिकायत और दाखिल किए गए आरोप पत्र के आधार पर पीएमएलए के तहत यह मामला दर्ज किया है।

ईडी के एक शीर्ष सूत्र ने बताया, "ईडी इस मामले में देश भर में 13 जगहों पर तलाशी ले रहा है। हमारी टीमें गुजरात में चार स्थानों पर, राजस्थान में छह स्थानों पर, पश्चिम बंगाल में दो और दिल्ली में एक स्थान पर तलाशी ले रही हैं।"

सूत्र ने यह भी कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर भी तलाशी ले रही है।

सूत्र ने दावा किया कि अग्रसेन गहलोत के स्वामित्व वाली कंपनी म्युरिएट ऑफ पोटाश (एमओपी) फर्टिलाइजर का निर्यात कर रही थी, जो निर्यात के लिए प्रतिबंधित है। एमओपी को इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) द्वारा आयात किया जाता है और फिर इसे किसानों के बीच रियायती दरों पर वितरित किया जाता है।

सूत्रों ने आगे कहा कि अग्रसेन गहलोत फर्टिलाइजर मामले में सात करोड़ रुपये की सीमा शुल्क पेनांल्टी का सामना कर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, अग्रसेन गहलोत आईपीएल के अधिकृत डीलर थे और 2007-09 के बीच उनकी कंपनी ने रियायती दरों पर एमओपी को खरीदा और इसे किसानों को वितरित करने के बजाय कुछ अन्य कंपनियों को बेच दिया। उन्होंने इसे इंडस्ट्रियल सॉल्ट के रूप में मलेशिया और सिंगापुर को निर्यात किया।

ईडी का यह तलाशी अभियान तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट द्वारा किए गए विद्रोह के बाद सामने आया है, जिसने राजस्थान में एक राजनीतिक संकट पैदा कर दिया है। इसके बाद 14 जुलाई को पायलट को पार्टी ने तमाम पदों से हटा दिया था।

राजस्व खुफिया निदेशालय ने 2012-13 में इस मामले का खुलासा किया था।

इसके साथ ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है। सुरजेवाला ने कहा, 'हमारी मांग है कि आदित्यनाथ अगर उत्तर प्रदेश के नागरिकों की रक्षा करने में अक्षम हैं, जैसा साफ साबित हो रहा है तो उन्हें अपनी गद्दी पर बैठ रहने का अधिकार नहीं ... ऐसे मुख्यमंत्री को उन्हें खुद ब खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।'

भाषा/आईएएनएस
नई दिल्ली


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