राजस्थान में सबसे पहले 19 मार्च को छह कोरोना पॉज़िटिव पाये जाने वाले भीलवाड़ा शहर में गत नौ दिन में यहाँ एक भी कोरोना संक्रमित नया रोगी नहीं मिला है।
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राजस्थान में सबसे पहले 19 मार्च को छह कोरोना पॉज़िटिव पाये जाने वाले भीलवाड़ा शहर में स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कोरोना वायरस की चैन को तोड़ दिया है, यहां गत नौ दिन में यहाँ एक भी कोरोना संक्रमित नया रोगी नहीं मिला है, वहीं अस्पताल में भर्ती सभी रोगी स्वस्थ होकर कोरोनामुक्त हो गये हैं।
पिछले महीने भीलवाड़ा में 27 मरीज कोरोना संक्रमण से ग्रसित हो गये तो भीलवाड़ा को बारूद के ढेर पर बैठा होने की घोषणा कर दी गयी। इस पर यहां कोरोना के प्रसार को रोकने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भीलवाड़ा के हालात पर जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट से चचार् कर कफ़र्यू लगाने की स्वीकृति दी और जिले की सभी सीमाओं को सील करने के निदेर्श दिए।
शुरू में जिले के 25 लाख लोगों को घरों में क़ैद रखना एक मुश्किल काम लग रहा था पर भयभीत लोगों ने स्वप्रेरणा से घरों में अपने आपको बंद कर लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ जयपुर में उच्चस्तरीय अधिकारियों के समन्वय और निदेर्श से सरकारी मशीनरी ने प्रदेश के पहले कोरोना के मुख्य केंद्र को पूरे देश के लिए अनुकरणीय उदाहरण में तब्दील कर दिया। वर्तमान में 27 संक्रमित मरीज़ों में से 17 पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और लोगों के मन से महामारी और मौत का डर निकल चुका है।
गौरतलब है कि भारत में कोरोनावायरस से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 5,734 हो गई है, जबकि देश में महामारी के चलते कुल 166 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बात की जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के हिसाब से वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण से कुल 5०95 लोग संक्रमित है, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 472 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
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