गुर्जरों ने किया आंदोलन तेज, जयपुर-आगरा मार्ग पर यातायात ठप
राजस्थान में गुर्जरों द्वारा पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर किये जा रहे आंदोलन के तहत आंदोलनकारियों ने आज आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 21 को अवरुद्ध करके यातायात ठप कर दिया।
गुर्जरों ने किया आंदोलन तेज |
राज्य में कई सड़क मार्ग भी बंद हैं। गुर्जर नेता विजय बैंसला ने सोमवार को एक बार फिर दोहराया कि सरकार को वार्ता के लिए मलारना डूंगर में रेल पटरी पर ही आना होगा और आंदोलनकारी वार्ता के लिए कहीं नहीं जाएंगे। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला व पूरी टीम बैठकर फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत क्या करनी है? सरकार पांच प्रतिशत आरक्षण की हमारी मांग पूरी करे और हम घर चले जाएंगे।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मांग नहीं माने जाने पर गुर्जर लंबे आंदोलन के लिए तैयार हैं। वहीं पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एम एल लाठर ने बताया कि आंदोलन के दौरान कहीं से अप्रिय घटना का कोई समाचार नहीं है। रविवार को कुछ हुड़दंगियों ने धौलपुर में पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया था और हवा में गोलियां चलाईं थीं।
लाठर ने बताया कि आंदोलनकारियों ने दौसा जिले में सकिंदरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 को अवरूद्ध कर दिया है। इसके साथ ही नैनवा (बूंदी), बुंडला (करौली) व मलारना में भी सड़क मार्ग अवरूद्ध है।
उल्लेखनीय है कि गुर्जर नेता राज्य में सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर शुक्रवार शाम को सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में रेल पटरी पर बैठ गए। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला व उनके समर्थक यहीं जमे हैं।
आंदोलनकारियों ने आगरा-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर सकिंदरा में जाम लगा दिया। इससे इस मार्ग पर भरतपुर, आगरा, अलीगढ़, धौलपुर, हिंडौन और करौली के लिए जाने वाली रोडवेज की बसों के साथ सभी तरह के वाहनों के पहिए थम गये। रोडवेज सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे जाम के बाद अब रोडवेज बसों को मानपुर चौराहे से निकाला किया जा रहा है। इस मार्ग पर रोडवेज ने बसों का संचालन बंद कर दिया है। जयपुर से रवाना होने वाली बसें दौसा तक ही जा रही हैं।
दूसरी ओर सवाईमाधोपुर के मलारणाडुंगर में गुर्जर समाज के सेंकड़ों लोग लगातार चौथे दिन भी पटरियों पर डटे हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मलारणाडुंगर में धरना स्थल से दो किलोमीटर दूर मलारना स्टेशन पर ऐहतियात के तौर पर पुलिस बल बढ़ा दिया गया है। यहां एसटीएफ, आरपीएफ और एसडीआरएफ की कंपनियों को तैनात कर दिया गया है। राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी रेलवे स्टेशन से ही धरनास्थल पर नजर रख रहे हैं।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर कल धौलपुर में हुई हिंसक वारदातों के बाद फिलहाल जिले में शांति कायम है। यहां धारा 144 के चलते जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है। धौलपुर के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या तीन पर भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए है। सम्भाग के करौली जिले में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के बाद हिण्डौन रेलवे स्टेशन पर चौथे दिन भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
उधर टोंक में आंदोलनकारी एक मंदिर के पास एकत्रित होने की सूचना है। मुख्यमंी अशोक गहलोत ने आंदोलनकारियों से शांति बनाये रखने का पुन: अनुरोध किया है।
आंदोलनकारियों और सरकारी प्रतिमंडल में शनिवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही। इसके बाद रविवार को दोनों पक्षों में कोई बातचीत नहीं हुई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि सरकार के स्तर पर वार्ता के द्वार खुले हैं और आंदोलनकारियों को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए।
गुर्जर समाज सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए गुर्जर, रायका रेबारी, गडिया, लुहार, बंजारा और गड़रिया समाज के लोगों को पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है। वर्तमान में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के अतिरिक्त 50 प्रतिशत की कानूनी सीमा में गुर्जरों को अति पिछड़ा श्रेणी के तहत एक प्रतिशत आरक्षण अलग से मिल रहा है।
| Tweet |