महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने एक और विवाद को भड़काते हुए कहा कि राज्य में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति सरकार एक "हिंदुत्ववादी" सरकार है, जो हिंदू मतों के समर्थन से चुनी गई है, और "गोल टोपी" पहनने वाले लोगों (मुस्लिमों) ने इस सरकार को वोट नहीं दिया है।

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महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने बुधवार को मुंबई के मानखुर्द इलाके में सकल हिंदू समाज के दुर्गा पंडाल के दौरे के दौरान कहा कि त्योहार के समय किसी को भी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
राणे ने कहा, ''यह सरकार हिंदुओं के मतों से चुनी गई है...जो लोग गोल टोपी पहनते हैं उन्होंने इसे वोट नहीं दिया है।''
मानखुर्द में रविवार रात देवी दुर्गा की मूर्ति को कथित तौर पर अपवित्र किए जाने के बाद तनाव उत्पन्न हुआ, जिसके कारण दो समूहों के बीच झड़प हो गई।
कार्यक्रम के दौरान महाआरती में शामिल हुए भाजपा नेता ने राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "आप अपने त्योहार शांतिपूर्वक मनाएं, हम अपने त्योहार मनाएंगे। हमे पूर्वाग्रह की नजर से मत देखों।"
मंत्री ने कहा, "हम मुंबई का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
उन्होंने कहा कि अगर किसी को त्योहार मनाने के लिए अनुमति चाहिए तो उन्हें सरकार से संपर्क करना चाहिए और तुरंत अनुमति दे दी जाएगी।
मंत्री ने सोमवार को दावा किया था कि नवरात्र के दौरान गरबा कार्यक्रम "लव जिहाद" के "केंद्र" बन रहे हैं। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के उस परामर्श का समर्थन किया जिसमें ऐसे कार्यक्रमों के आयोजकों से प्रतिभागियों के पहचान दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच करने को कहा गया है।
जुलाई में राणे ने मतदान के पैटर्न पर टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें उन्होंने मुसलमानों को "हरा सांप" बताया था। उन्होंने कहा था कि वह हिंदू मतदाताओं के समर्थन से विधायक बने हैं।
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