महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि दिसंबर तक ठाणे शहर में मेट्रो सेवाओं की घोषणा आगामी नगर निकाय चुनावों से पहले ‘‘चुनावी प्रलोभन’’ नहीं है।

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उन्होंने मंगलवार रात पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना केवल चुनाव आने पर ही काम नहीं करती, बल्कि साल भर लोगों की सेवा करती है।
शिंदे ने दावा किया, ‘‘जब कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने कहा था कि ठाणे में मेट्रो व्यवहार्य नहीं है। हम लोगों, क्षेत्र के विधायकों ने आंदोलन किया और देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के बाद, इस परियोजना ने गति पकड़ी।’’
उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (MVA) सरकार के कार्यकाल के दौरान, जिसका वह हिस्सा थे, ठाणे मेट्रो परियोजना को विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ा, जिन्हें अंततः मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान दूर कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य दिसंबर से पहले 10 किलोमीटर लंबे हिस्से पर परिचालन शुरू करना है।’’
शिंदे ने कहा कि ठाणे मेट्रो परियोजना ‘‘चुनावी प्रलोभन’’ नहीं है।
महाराष्ट्र में आने वाले महीनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं।
शिंदे ने पहले कहा था कि सितंबर में ठाणे में मेट्रो सेवा का प्रायोगिक परिचालन करने का प्रयास किया जा रहा है और शहर में इसका पूर्ण परिचालन इस साल दिसंबर तक शुरू हो जाएगा।
यह मेट्रो 4 कॉरिडोर या येलो लाइन का हिस्सा होगा, जो वडाला से घाटकोपर होते हुए ठाणे के कासरवडावली तक जाएगी।
शिंदे ने मंगलवार को शिवसेना की विभिन्न जनसेवा पहल को भी रेखांकित किया, जिसमें त्योहारों के दौरान कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त बस सेवाएं शामिल हैं।
उन्होंने यह भी दावा किया कि किसानों की आत्महत्याओं में सरकार के प्रयासों से कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ पहुंचाया है।’’
शिंदे ने कहा कि उनके राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के सम्मान में ठाणे में एक स्मारक बनाया जाएगा।
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