जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल सेवा जम्मू-कश्मीर के लिए एक नये युग की शुरुआत करेगी और यहां व्यापार तथा उद्योग के लिए आदर्श वातावरण तैयार करेगी।

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल यानी चिनाब पुल का उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच शुरु की जा रही वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
चिनाब रेलवे पुल 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) का एक प्रमुख हिस्सा है जो घाटी को रेल मार्ग से जोड़ेगा।
उपराज्यपाल सिन्हा ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक जम्मू-कश्मीर के लिए एक नये युग की शुरुआत करेगा।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लिए एक समावेशी और जीवंत भविष्य की आधारशिला रखी है और उनके नेतृत्व में केंद्र शासित प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है, जबकि समावेशी विकास ने यह सुनिश्चित किया है कि समाज का कोई भी वर्ग पीछे न रह जाए।
सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और विकास परियोजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन ने जम्मू-कश्मीर की प्रगति की दिशा में जबरदस्त कार्य किया है और ‘‘जो पहले असंभव लगता था, उसे अब संभव बना दिया गया है।’’
उन्होंने बताया कि मोदी 2022 के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर के पांच दौरे कर चुके हैं, जिनमें उन्होंने 64,400 करोड़ रुपये की प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री विकास निधि के तहत 58,477 करोड़ रुपये की 53 परियोजनाएं तथा हजारों करोड़ रुपये की अन्य संपर्क और विकास परियोजनाएं, केंद्र शासित प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ा रही हैं।
सिन्हा ने कहा, ‘‘कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ने वाली 43,780 करोड़ रुपये की लागत वाली यह रेल परियोजना अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) की उत्कृष्ट मिसाल है। यह व्यापार, उद्योग और हर मौसम में परिवहन के लिए आदर्श वातावरण तैयार करेगी और मैं दृढ़ता से मानता हूं कि यह भविष्य की रेललाइन है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर एक विकसित और आत्मनिर्भर केंद्र शासित प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
सिन्हा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का बुनियादी ढांचे पर जोर जम्मू-कश्मीर के परिवर्तन, देश के अन्य हिस्सों से इसकी पहुंच बढ़ाने, औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, जीवन स्तर को सुधारने और व्यापक आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में केंद्रित है।’’
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