गुरुग्राम पुलिस मोनू मानेसर को लेगी प्रोडक्शन वारंट पर
गुरुग्राम पुलिस (Gurugram Police) बजरंग दल (Bajrang Dal) के सदस्य और कथित गोरक्षक मोहित यादव (Mohit Yadav) उर्फ मोनू मानेसर (Monu Manesar) को 25 सितंबर को प्रोडक्शन वारंट (Production Warrant) पर लेगी।
![]() गुरुग्राम पुलिस मोनू मानेसर को 25 सितंबर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर करेगी पूछताछ |
मोनू मानेसर को हरियाणा पुलिस (Haryana Police) ने 12 सितंबर को गुरुग्राम (Gurugram) के मानेसर इलाके (Manesar) से गिरफ्तार किया था। उसी दिन राजस्थान पुलिस ने उसे भरतपुर जिले में नासिर और जुनैद नाम के दो संदिग्ध पशु तस्करों की हत्या के मामले (Cases of murder of animal smugglers) में अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर ले लिया।
मोनू फिलहाल न्यायिक हिरासत में भरतपुर जेल में है।
गुरुग्राम पुलिस मोनू को एक अलग मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लेगी, जो पटौदी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 120 बी, 307 और 201 के तहत दर्ज किया गया था।
गुरुग्राम पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि मोनू को जल्द ही पूछताछ के लिए गुरुग्राम लाया जाएगा, इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
आखिर कौन है मोनू मानेसर
गुरुग्राम के मानेसर निवासी मोनू का असली नाम मोहित यादव है। मोनू मानेसर के नाम से लोग उसे जानते हैं। पिछले कई वर्षों से मोनू बजरंग दल से जुड़ा हुआ है। मोनू गोरक्षा अभियान चलाने वाले कई संगठनों से जुड़ा हुआ है। मोनू मानेसर को गो तस्करी के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से जाना विख्यात है।
मोनू मानेसर ने इस बात को खुद कैमरे पर कहा है कि गो रक्षा के काम में पुलिस उसका साथ देती है। अब यही आरोप लग रहे हैं कि मोनू मानेसर गो तस्करी रोकने के नाम पर गुंडागर्दी और अपराध करता है, तब भी उसे पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है।
जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मोनू मानेसर के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस के पास केस दर्ज है। मोनू ने गो तस्करी के खिलाफ गांव-गांव में अपना नेटवर्क बनाया हुआ है। यह नेटवर्क इतना मजबूत है कि उसे तुरंत गो तस्करी या अन्य की खबर मिल जाती है।
मोनू के खिलाफ हत्या का प्रयास, धमकी, लूट और मारपीट के कई मामले दर्ज हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हैं जिसमें मोनू मानेसर को हथियारों के साथ देखा जा सकता है।
| Tweet![]() |