Nuh Violence : नूंह हिंसा पर एक्शन में हरियाणा सरकार, केंद्र से मांगी केंद्रीय बलों की 4 और कंपनी
गुरुग्राम में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं जारी रहने के बीच हरियाणा सरकार ने बुधवार को केंद्रीय बलों की चार और कंपनियों की मांग की।
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वहीं, अस्पताल में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जिससे निकटवर्ती नूंह से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।
हरियाणा के नूंह में दो मस्जिदों पर पेट्रोल बम फेंके गए
मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने हरियाणा के नूंह जिले के तावडू में बुधवार रात दो मस्जिदों पर मोलोटोव कॉकटेल यानी पेट्रोल बम फेंके। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे हुई इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ।
जिन मस्जिदों पर ये हमले हुए, उनमें से एक विजय चौक के निकट और दूसरी पुलिस थाने के पास स्थित है। दोनों मस्जिदों को थोड़ा नुकसान पहुंचा है।
पुलिस ने बताया कि इन घटनाओं की सूचना मिलते ही दमकल के दो वाहनों को मस्जिदों की ओर भेजा गया और आग पर काबू पा लिया गया।
उसने बताया कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने पलवल जिले के मीनार गेट बाजार में चूड़ियों की एक दुकान को भी आग लगा दी।
भीड़ द्वारा विश्व हिंदू परिषद की यात्रा को रोकने की कोशिश करने के बाद सोमवार को नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर नूंह और पलवल में निषेधाज्ञा लागू है।
नूंह में शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा मंगलवार को पड़ोसी गुरुग्राम में भी फैल गई और वहां भीड़ ने एक मौलवी की हत्या कर दी, एक भोजनालय में आग लगा दी और दुकानों में तोड़फोड़ की।
इस घटना के संबंध में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हरियाणा सरकार के अनुसार, हिंसा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 90 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
नूंह हमले को लेकर विहिप और बजरंग दल ने राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। हरियाणा सीमा पर धरने के कारण लंबा जाम लग गया, जिससे दिल्ली और फरीदाबाद के बीच आवाजाही बाधित हो गई।
उच्चतम न्यायालय ने भी बुधवार को संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ाने और नफरत फैलाने वाले भाषण पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। हालांकि, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति एसवी भट्टी की पीठ ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो हिंदू संगठनों द्वारा प्रस्तावित रैलियों को रोकने से इनकार कर दिया।
दिल्ली की सीमा से लगे गुरुग्राम जिले में सोमवार को नूंह में हुई झड़प के बाद आगजनी और तोड़फोड़ के कई मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का कहना है कि मस्जिद को निशाना बनाए जाने के बाद कोई हताहत नहीं हुआ है।
लेकिन कुछ इलाकों में मुस्लिम प्रवासी कामगारों का कहना है कि उन्हें धमकियां मिली हैं और वे घर वापस जाने पर विचार कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के ऑटोरिक्शा चालक ने कहा, ‘‘मंगलवार रात कुछ लोग मोटरसाइकिलों पर आए और हमें धमकी दी कि अगर हम वहां से नहीं गए तो वे हमारी झुग्गी में आग लगा देंगे। पुलिस रात से ही यहां है लेकिन मेरा परिवार डरा हुआ है और हम शहर छोड़ने वाले हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति सुधरने पर हम वापस आ सकते हैं।’’
पुलिस ने लोगों से ऐसी धमकियों की सूचना करने को कहा है और सुरक्षा का वादा किया है।
राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां हरियाणा में तैनात हैं जिनमें से 14 नूंह में, तीन पलवल में, दो गुरुग्राम में और एक फरीदाबाद में है।
हरियाणा सरकार ने कानून-व्यवस्था और शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के मद्देनजर बुधवार को दूसरी इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के मुख्यालय को पुलिस परिसर भोंडसी से नूंह जिले में तुरंत स्थानांतरित करने का फैसला किया।
इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद ने एक आदेश जारी किया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने केंद्र से चार और कंपनियों की मांग की है और हरियाणा स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन की एक बटालियन भी तैनात की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 90 लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा 41 मामले दर्ज किए गए हैं।
स्थानीय पुलिस ने कहा कि सिर्फ गुरुग्राम में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें ‘जय भारत माता वाहिनी’ संगठन का प्रमुख दिनेश भारती भी शामिल है। दिनेश पर कथित तौर पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने वाला वीडियो पोस्ट करने का मामला दर्ज किया गया है।
जिला पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री वाले 50 सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है।
गुरुग्राम में मंगलवार रात जलाए गए तीन गोदाम टिकली गांव के पास स्थित हैं और अन्य दो पालम विहार और सेक्टर 70 ए में स्थित हैं। नखडोला गांव के पास झुग्गियों में कुछ युवकों के एक समूह ने तोड़फोड़ की। बादशाहपुर में मांस की दो दुकानों को निशाना बनाया गया।
हिंसा किस वजह से हुई, इस बात पर खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला असहमत दिखे।
चौटाला ने मंगलवार को कहा कि जलाभिषेक यात्रा के आयोजकों ने अपेक्षित भीड़ का उचित अनुमान नहीं दिया और संभवतः यही नूंह में हुई घटना का कारण बना। बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इसका खंडन किया।
उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने जलाभिषेक यात्रा से एक दिन पहले ‘‘दोनों पक्षों’’ के साथ बैठक की थी और उन्हें आश्वासन दिया गया था कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से होगा।
नूंह, गुरुग्राम और अन्य प्रभावित जिलों में निषेधाज्ञा लागू है।
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