शरद पवार ने भतीजे अजीत के 'राजनीतिक भूकंप' के बयान का किया खंडन, कहा- इन बातों में कोई सच्चाई नहीं
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार के बीजेपी के साथ जाने की अटकलें चल रही हैं। हालांकि राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को ऐसी अटकलों को खारिज कर दिया है।
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को उन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनके भतीजे अजीत पवार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ हाथ मिलाकर एक नया 'राजनीतिक भूकंप' लाएंगे।
मीडियाकर्मियों के पूछने पर पवार ने कहा, अजीत पवार बयान में कोई सच्चाई नहीं है, उन्होंने आज विधायकों की कोई बैठक नहीं बुलाई है, हम सभी एनसीपी को मजबूत करने के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं।
अजित पवार के कम से कम 40 एनसीपी विधायकों के समर्थन का दावा करने वाली खबरों के बीच पवार ने कहा, जो आपके दिमाग में है, वह हमारे विचारों में नहीं है।
इससे पहले दिन में विपक्ष के नेता (विधानसभा) अजीत पवार ने भी सभी चर्चाओं को 'झूठा' करार दिया, जबकि उनकी चचेरी बहन और सांसद सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे पर बोलने से इनकार कर दिया।
पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी इस मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों में जारी अटकलों का बार-बार उपहास उड़ाया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना (यूबीटी) के नेता प्रतिपक्ष (परिषद) अंबादास दानवे जैसे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने भी पूरा विश्वास जताया है कि अजीत पवार इस मोड़ पर इस तरह के किसी भी राजनीतिक कारनामे का सहारा नहीं ले सकते हैं।
कुछ नेताओं ने बीजेपी पर जानबूझकर विपक्ष को विभाजित करने का प्रयास करने और विभिन्न मोचरें पर अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
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