Mock Drill: देश में 244 जगहों पर बुधवार को मॉक ड्रिल, दिल्ली में बढ़ाई गई सुरक्षा

Last Updated 06 May 2025 04:22:49 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार की तैयारियां तेज हो गई हैं।


आज (मंगलवार) को गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में इस बात की समीक्षा हुई की लोगों को कैसे मॉक ड्रिल के लिए ट्रेनिंग देना है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर 7 मई को देश भर के 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित होगी, 1971 के बाद यह पहली ऐसी ड्रिल है।

इसी बीच केंद्र सरकार ने राज्यों को युद्ध संबंधी मॉकड्रिल के निर्देश दिए हैं। देशभर में आयोजित मॉक ड्रिल के लिए गृह मंत्रालय के आदेश के बाद सिविल डिफेंस, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने लखनऊ की पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि बुधवार को राज्य में नागरिक और पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं तथा आपदा प्रतिक्रिया बल को शामिल करते हुए पूर्ण पैमाने पर एक ‘मॉक ड्रिल’ का आयोजन किया जाएगा।

डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमें सात मई को मॉक ड्रिल को लेकर केंद्र सरकार से निर्देश मिले हैं। (ड्रिल के लिए राज्य के) उन्नीस जिलों की पहचान की गई है।’उन्होंने कहा कि इन जिलों को विभिन्न श्रेणियों में रखा गया है।

डीजीपी ने कहा, ‘‘इन 19 में से एक जिले को ‘ए’ श्रेणी में, दो को ‘सी’ श्रेणी में और बाकी को ‘बी’ श्रेणी में रखा गया है। हालांकि, स्थानीय संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं कि आपातकालीन स्थिति में एकीकृत प्रतिक्रिया के लिए नागरिक और पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं और आपदा प्रतिक्रिया बल सहित सभी कार्यक्षेत्रों में एक संयुक्त अभ्यास किये जाएं।’’
 

इस निर्देश के परिपालन में मध्यप्रदेश के 5 शहरों में मॉकड्रिल किया जाएगा। इनमें इंदौर,भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस संबंध में कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों को युद्ध संबंधी मॉकड्रिल के निर्देश दिए हैं। मध्यप्रदेश के पांच नगरों इंदौर,भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर,कटनी में मॉकड्रिल होगी। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कल शाम 4 बजे से सायरन से खतरे की सूचना, ब्लैकआउट, सुरक्षा, दुर्घटना में घायलों को सुरक्षित निकालने जैसी गतिविधियों की मॉक ड्रिल होगी।

जम्मू के एक स्कूल में छात्रों को मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित गया। वहीं महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा, "हम केंद्र के निर्देशों का पालन करेंगे..."

"युद्ध मॉकड्रिल"(Civil Defence Mock Drill)  एक प्रकार की पूर्व-तैयारी होती है जिसमें आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों और नागरिक एजेंसियों को अभ्यास कराया जाता है। इसका उद्देश्य वास्तविक संकट के समय जवाबदेही और प्रभावशीलता को बढ़ाना होता है।

मॉक ड्रिल से पहले दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाई गई

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को होने वाली मॉक ड्रिल से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में दिन-रात गश्त बढ़ा दी है तथा पर्यटन एवं बाजार स्थलों पर खासतौर पर ध्यान दिया जा रहा है। कनॉट प्लेस, इंडिया गेट, जनपथ, यशवंत पैलेस, गोल मार्केट और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों सहित प्रमुख क्षेत्रों को कवर करने के लिए विशेष गश्ती इकाइयों को तैनात किया गया है।

पुलिस की एक टीम मंगलवार सुबह से कनॉट प्लेस की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रही है।

पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अभिषेक धानिया ने कहा, ‘‘सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए एवं नागरिकों की सुरक्षा तथा सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए पूर्वी जिला पुलिस ने प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदुओं पर वाहनों की जांच तेज कर दी है। इस सक्रिय उपाय का उद्देश्य संभावित आतंकवाद के खतरे को रोकना है। हम इस दौरान सभी निवासियों एवं यात्रियों से सहयोग का अनुरोध करते हैं।’’



दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की कई टीम विभिन्न क्षेत्रों में पैदल गश्त कर रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक चौकसी को मजबूत करना, कड़ी निगरानी रखना तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।’’

सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी डीसीपी को तैयारियों के लिए विस्तृत योजना बनाने को कहा है।

उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) ने राष्ट्रीय राजधानी में गश्त को मजबूत करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें शुरू कर दी हैं।

एक सूत्र ने बताया, ‘‘हमने दिल्ली में दिन-रात गश्त बढ़ा दी है। हमने हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से लगती दिल्ली की सीमाओं पर अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया है। राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पहले ही बढ़ा दी गई है। डीसीपी अपने जिलों में व्यवस्था की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं। वे सहायक पुलिस आयुक्तों (एसीपी) और थाना प्रभारियों (एसएचओ) के साथ बैठकें कर रहे हैं।’’

उन्होंने बताया कि 24 घंटे सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए, विशेषकर शाम और रात के समय पैदल गश्त बढ़ा दी गई है।

अधिकारी ने बताया कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष चौकियां स्थापित कर और मोटरसाइकिल गश्त बढ़ाकर सुरक्षा कड़ी की गई है।

उन्होंने बताया कि साथ ही बीट अधिकारी क्षेत्र में दुकानदारों, राहगीरों और निवासियों की चिंताओं पर ध्यान देंगे औक उन्हें जागरूक करेंगे।

अधिकारी ने बताया, ‘‘मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस टीम के साथ बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) और श्वान दस्ते को भी तैनात किया जाएगा, जो पालिका बाजार, जनपथ, खान मार्केट और सरकारी भवनों के पास अधिक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में लगातार कड़ी जांच करेंगे।’’

उन्होंने बताया कि आतंकवाद-रोधी कठोर कदम उठाए गए हैं, वाहनों की जांच की जा रही है तथा प्रमुख प्रवेश नियंत्रण बिंदुओं पर अनेक जांच चौकियां स्थापित की गई हैं।

अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध लोगों का पता लगाने के लिए वाहनों की व्यापक रूप से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों को किराये के और अपंजीकृत वाहनों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है।

समय लाइव डेस्क/एजेंसियां
नई दिल्ली


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