पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद से निपटने के लिए ‘साहसिक निर्णय’ लिए हैं। उन्होंने इस खतरे को समाप्त करने के लिए सभी निर्णयों के प्रति अपना व अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया।

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देवेगौड़ा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमें आतंकवादियों को सबक सिखाने की जरूरत है। यह पहली बार है कि किसी प्रधानमंत्री ने ऐसे साहसिक कदम उठाए हैं। किसी भी प्रधानमंत्री ने सेना को इतना ऊंचे स्तर का अधिकार नहीं दिया है।’
जनता दल (सेक्युलर) के नेता ने कहा कि मोदी ने कई उपायों को लागू किया है, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों को प्रतिक्रिया देने का तरीका, लक्ष्य और समय तय करने के लिए परिचालन संबंधी पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करना शामिल है।
देवेगौड़ा द्वारा स्थापित जनता दल (सेक्युलर) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का एक घटक है। उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी केंद्र सरकार में मंत्री हैं।
देवेगौड़ा ने कहा कि वर्तमान स्थिति की तुलना भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध से नहीं की जा सकती तथा उन्होंने इसे ‘अलग परिदृश्य’ बताया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने आगामी आम जनगणना में जातीय गणना कराने के केंद्र के फैसले का भी स्वागत किया और कर्नाटक में किए गए जातिगत सर्वेक्षण पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक सरकार जातिगत जनगणना के नाम पर राजनीति कर रही है। यहां तक कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का मंत्रिमंडल भी राज्य में कराई गई जातिगत जनगणना से सहमत नहीं है।’
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