आम आदमी पार्टी (आप) आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों में अपने आप को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है।
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हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनावों में उसके सभी 29 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी थी।
आप दावा करती है कि वह अब गुजरात के लोगों तक पहुंच बनाने में कामयाब हो गयी है। उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल हाल फिलहाल में कई बार राज्य का दौरा कर चुके हैं तथा उन्होंने पार्टी के सत्ता में आने पर कई ‘‘गारंटी’’ देने का वादा किया है।
पार्टी ने अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए पूर्व टीवी प्रस्तोता तथा पत्रकार इसुदान गढ़वी को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कराया है।
किसी चुनाव में प्रत्याशी की जमानत तब जब्त होती है जब वह निर्वाचन क्षेत्र में पड़े कुल वोटों का छठा हिस्सा (16.7 प्रतिशत) भी हासिल नहीं कर पाता है।
आप ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले 2014 के आम चुनावों में गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से 24 पर उम्मीदवार उतारे थे तथा उसके प्रत्याशियों ने बेहद खराब प्रदर्शन किया।
पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुजरात से दूर रही। लेकिन अब पार्टी 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों के लिए अपने आप को भाजपा के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश करने की कोशिश कर रही है।
गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान दो चरणों में एक तथा पांच दिसंबर को होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने विश्वास जताया है कि उनकी पार्टी गुजरात में विजयी होगी तथा उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोग ‘‘भाजपा के 27 साल के कुशासन’’ से त्रस्त हैं।
आप नेता ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘हम 2017 में गुजरात में नए-नए थे तथा राज्य के लोगों तक प्रभावी तरीके से अपना संदेश नहीं पहुंचा पाए थे। जनता तक पहुंचना अहम है लेकिन प्रचार उचित तरीके से नहीं किया गया था।’’
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