केरल बंद : NIA एक्शन के खिलाफ PFI का केरल बंद हिंसक हुआ, छिटपुट जगहों पर पथराव
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी के बाद शुक्रवार को पीएफआई ने केरल बंद बुलाया है। एनआईए रेड का विरोध कर रहे संगठन के कार्यकर्ता हिंसक हो उठे।
PFI Strike: केरल पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई, दी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी |
इस्लामी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) द्वारा शुक्रवार को केरल में आहूत दिनभर की हड़ताल के बीच राज्य में छिटपुट जगहों पर हिंसा की घटनाओं की सूचना मिली है।
देश में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में केंद्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) तथा अन्य एजेंसियों द्वारा पीएफआई के कार्यालयों और उसके नेताओं से जुड़े परिसरों पर बृहस्पतिवार को छापे मारे जाने के विरोध में पीएफआई ने हड़ताल का आह्वान किया था।
तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोझिकोड, वायनाड और अलाप्पुझा समेत विभिन्न जिलों में केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बसों पर पथराव किया गया। स्थानीय मीडिया की खबर के अनुसार, एक वाहन पर पेट्रोल बम फेंका गया, जो कन्नूर के नारायणपारा में अखबार वितरित करने जा रहा था।
अल्लापुझा में हड़ताल का समर्थन कर रहे लोगों के पथराव में केएसआरटीसी की बसें, टैंकर लॉरी और कुछ अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचने की खबर है। कोझिकोड और कन्नूर में पीएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर किए गए पथराव में क्रमश: 15 वर्षीय एक लड़की और एक ऑटो रि
केरल: कोट्टायम में PFI ने केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/Ir9R3CnHwa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2022
हालांकि, केरल पुलिस ने राज्यव्यापी हड़ताल के पीएफआई के आह्वान के बाद राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी है और जिला पुलिस प्रमुखों को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
पुलिस द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ‘‘कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।’’
PFI की हड़ताल पर हाईकोर्ट की सख्ती
केरल उच्च न्यायालय ने इस्लामी संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) द्वारा राज्यभर में आहूत की गई हड़ताल तथा राज्य में हुई छिटपुट हिंसा की घटनाओं का शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया।
अदालत ने कहा कि हड़ताल पर उसने पहले ही रोक लगा रखी है और सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाना स्वीकार नहीं किया जाएगा।
अदालत ने राज्य प्रशासन को उसके हड़ताल पर प्रतिबंध संबंधी आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उसने सरकार से हिंसा रोकने के लिए हर संभव उपाय करने को भी कहा।
पीएफआई ने गुरूवार को कहा था कि ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विरोधियों को चुप कराने के प्रयासों’ के खिलाफ शुक्रवार को राज्यभर में हड़ताल की जाएगी।
पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सत्तार ने एक बयान जारी कर बताया था कि हड़ताल सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक होगी।
इससे पहले, पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को उन जगहों पर मार्च निकाला था, जहां छापे मारे गए थे। उन्होंने केंद्र सरकार और उसकी जांच एजेंसियों के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के इरादे से ऐसे सभी स्थानों पर केंद्रीय बलों को पहले से ही तैनात किया गया था।
एनआईए के नेतृत्व में कई एजेंसियों ने देश में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने के आरोप में बृहस्पतिवार को 15 राज्यों में 93 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर पीएफआई के 106 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों ने बताया था कि केरल में, जहां पीएफआई के कुछ मजबूत गढ़ हैं, सबसे ज्यादा 22 गिरफ्तारियां की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों में पीएफआई की केरल इकाई के अध्यक्ष सी पी मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय अध्यक्ष ओ एम ए सलाम, राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलमारम, पूर्व अध्यक्ष ई अबूबकर और अन्य शामिल हैं।
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