जम्मू-कश्मीर: गुलाम नबी आजाद के समर्थन में और नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुलाम नबी आजाद का समर्थन करने के लिए बुधवार को इस्तीफा दे दिया।
![]() |
समूह का नेतृत्व करते हुए, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मंत्री, पीरजादा सईद ने कहा कि वह उस पार्टी को छोड़ने के लिए दुखी महसूस कर रहे हैं जिसके साथ वह 35 से अधिक वर्षो से जुड़े थे।
सईद ने कहा, "कांग्रेस आलाकमान की गलत नीतियों के कारण पार्टी सिकुड़ गई है। हमने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत करने और बहुत पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए आजाद साहब से जुड़ने का फैसला किया है।"
इस्तीफा देने वालों में मुहम्मद मुजफ्फर पारे, एक पूर्व विधायक और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष और हाजी अब्दुल गनी खान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीनगर शामिल हैं।
मंगलवार को कांग्रेस के उस वक्त और बड़ा झटका लगा जब केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद समेत केंद्र शासित प्रदेश में कांग्रेस के करीब 64 वरिष्ठ नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दिया था।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (73) ने कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया। वह पार्टी से पांच दशक तक जुड़े रहे। उन्होंने दावा किया था कि पार्टी ‘‘व्यापक रूप से नष्ट’’ हो चुकी है। आजाद ने इसके पूरे परामर्श तंत्र को कथित तौर पर ‘‘ध्वस्त’’ करने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी।
आजाद ने घोषणा की है कि वह जल्द ही वह जम्मू कश्मीर में एक पार्टी गठित करेंगे जो राष्ट्रीय स्तर की होगी।
| Tweet![]() |