Mohali Blast: मोहाली विस्फोट मामले मे भगवंत मान ने पुलिस को दिए जांच के निर्देश

Last Updated 10 May 2022 02:29:36 PM IST

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को मोहाली में पुलिस की खुफिया शाखा के मुख्यालय में हुए एक विस्फोट पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को पूरी घटना की जांच करने के निर्देश दिए और उनसे मामले की तह तक जाने को कहा।


पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (फाइल फोटो)

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मान ने स्पष्ट रूप से कहा- किसी को भी राज्य के शांतिपूर्ण माहौल में खलल डालने की अनुमति नहीं दी जाएगी, कुछ विरोधी ताकतें राज्य भर में लगातार परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रही हैं, जो अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगे।

इस बीच, डीजीपी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कुछ संदिग्धों को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है ताकि पुलिस इस अप्रिय घटना की जड़ों तक पहुंच सके।

साथ ही मुख्यमंत्री ने ये भी कहा- इस घटना के दोषियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में इस तरह की जघन्य घटनाएं करने वाले ऐसे अन्य असामाजिक तत्वों को एक निवारक के रूप में कड़ा दण्ड भी दिया जाएगा।

मोहाली हमले की जांच करने पहुंची एनआईए की टीम
 
पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय मोहाली पर हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गई है। आईएएनएस ने मंगलवार सुबह कहा था कि एनआईए पंजाब पुलिस के संपर्क में है और मामले को केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपे जाने की संभावना है।

एनआईए के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह ने कहा कि एक टीम हमले के पीछे के संदिग्धों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए घटनास्थल की जांच कर रही है।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस आधिकारिक तौर पर मामले की जांच कर रही है, जबकि एनआईए एक केंद्रीय एजेंसी होने के कारण इलाके का निरीक्षण करने आई।

एनआईए के डीजी ने कहा कि उन्होंने कोई मामला दर्ज नहीं किया है, लेकिन वे गृह मंत्रालय (एमएचए) के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। पंजाब पुलिस ने मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।

एनआईए की आतंकी इकाई की एक टीम ने हमले के तुरंत बाद पंजाब पुलिस से संपर्क किया।

एनआईए का मानना है कि खालिस्तानी गुट पंजाब में सक्रिय हैं और कई बार इलाके की रेकी करने के बाद हमले को अंजाम दे चुके हैं।

सड़क के बाहर से एक रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) दागा गया, जो इमारत की तीसरी मंजिल तक पहुंच गया, लेकिन विस्फोट नहीं हुआ, जिससे केवल कांच के दरवाजे और खिड़की के शीशे टूट गए।

माना जा रहा है कि आरपीजी-22 का इस्तेमाल हमले में किया गया था।

6 मई को हरियाणा पुलिस ने चार खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि हमले में कार सवार दो हमलावर शामिल हो सकते हैं।

हमले से पहले एक स्विफ्ट डिजायर कार को पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा के बाहर देखा गया था।

चूंकि इमारत में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, इसलिए पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है। आसपास के कई लोगों से भी पूछताछ की गई है।

एनआईए भी घटना की जानकारी जुटा रही है।

एक सूत्र ने कहा, "एनआईए की एक आतंकी इकाई पंजाब पुलिस के संपर्क में है। पंजाब के संबंध में कुछ खुफिया रिपोर्टें जारी की गई कि खालिस्तानी संगठन सक्रिय हैं और बाद वाले इलाके में शांति भंग करने की योजना बना रहे हैं।"
 

आईएएनएस
चंडीगढ़


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