महाराष्ट्र: स्वस्थ होने तक किसी और को सत्ता सौंपें उद्धव ठाकरे, BJP की मांग पर शिवसेना बोली- वर्क फ्रॉम होम कर रहे CM

Last Updated 22 Dec 2021 01:34:14 PM IST

मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार को शुरू हो गया। सत्र के पहले ही दिन सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के बीच विभिन्न मुद्दों पर तीखी झड़प हुई।


महाराष्ट्र: स्वस्थ होने तक किसी और को सत्ता सौंपें उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य की स्थिति के कारण, सप्ताह भर चलने वाला शीतकालीन सत्र पारंपरिक स्थान नागपुर के बजाय मुंबई में आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री वर्तमान में सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में 12 नवंबर को हुई सर्वाइकल स्पाइन सर्जरी से उबर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष एवं विधायक चंद्रकांता पाटिल ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को स्वस्थ होने तक अपनी जिम्मेदारियां किसी और को सौंप देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान उनकी अनुपस्थिति ‘‘अनुचित’’ है।

पाटिल ने बुधवार को सत्र शुरू होने से पहले विधान भवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए यह बयान दिया।

पाटिल ने कहा, ‘‘यदि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र विधासभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने में असमर्थ हैं, तो उन्हें अपने कार्यों के लिए किसी को नामित करना चाहिए। यह अनुचित है कि मुख्यमंत्री विधायिका की कार्यवाही से अनुपस्थित रहें। हम सत्र से मुख्यमंत्री की पूर्ण अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं करेंगे।’’

भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने स्वास्थ्य को देखते हुए, शिवसेना या उनके परिवार में से किसी और को अपना प्रभार सौंप देना चाहिए।

सत्तारूढ़ सहयोगियों पर कटाक्ष करते हुए, पाटिल ने कहा, ‘‘उन्हें, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर भरोसा नहीं है, क्योंकि वे पद नहीं छोड़ सकते। वह अपने बेटे एवं राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे को कार्यभार सौंप सकते हैं।’’

पहले दिन विपक्षी दल द्वारा कई मुद्दों पर हंगामा देखा गया जैसे हाल ही में कुछ सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक, जुलाई में मानसून सत्र के दौरान भाजपा के 12 विधायकों के निलंबन को रद्द करना, बिजली के बिलों को बढ़ाना, किसानों का मुआवजा पैकेज जैसे मुद्दे शामिल थे।

जिन 26 विधेयकों पर विचार किया जाएगा उनमें शक्ति विधान के अलावा स्पीकर पद का चुनाव भी शामिल होगा, जो 28 दिसंबर को सत्र के अंतिम दिन होने की संभावना है।

21 जुलाई से भाजपा के 12 विधायकों के एक साल के लंबे निलंबन को लेने के विवादास्पद मुद्दे पर, राज्यपाल द्वारा 12 एमएलसी के नामांकन की मंजूरी में देरी से नाराज एमवीए के उपकृत होने की संभावना नहीं है क्योंकि मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

निलंबन तब हुआ जब विधायकों ने तत्कालीन अध्यक्ष भास्कर जाधव को बोलने के लिए पर्याप्त समय देने से इनकार करने के लिए दुर्व्यवहार किया था।

निलंबित भाजपा विधायकों में आशीष शेलार, गिरीश महाजन, अतुल भटकलकर, जयकुमार रावल, योगेश सागर, नारायण कछ, अभिमन्यु पवार, संजय कुटे, राम सतपुते, पराग अलवानी, कीर्तिकुमार भंगड़िया और हरीश पिंपले शामिल हैं।
 

आईएएनएस/भाषा
मुंबई


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