चंडीगढ़ के सलाहकार मनोज पारिदा ने लोगों के अपने छोटे बच्चों को यहां की सुखना झील की सैर कराने ले जाने पर चिंता व्यक्त की है।
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उन्होंने लोगों को इस बारे में बताने के लिए पुलिस बल के उपयोग का संकेत दिया है। साथ ही उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने के लिए भी कहा है, क्योंकि कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई खत्म होने में अभी वक्त है और इसे लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पहले ही आगाह कर चुके हैं।
पारिदा ने एक ट्वीट में कहा, "यह देखना काफी दुखद है कि शिक्षित लोग अपने छोटे बच्चों को सुखना झील लेकर आ रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं वास्तव में इन मूर्ख वयस्कों के कोरोना के कारण 'पहले प्रस्थान' को लेकर चिंतित नहीं हूं, लेकिन भावी पीढ़ियों के निर्दोष बच्चों को खतरे में डालना आपराधिक कृत्य है।"
परिदा ने आगे कहा, "पुलिस द्वारा उन्हें समझाने को लेकर योजना बनाई जा रही है। क्या कहते हैं?"
इस पर किसी ने प्रतिक्रिया दी, "आप अभिभावक को मूर्ख या अपराधी मानसिकता का नहीं कह सकते। हर माता-पिता अपने बच्चों की सुरक्षा और भलाई के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, चाहे वह बाहर जाएं तब या जब घर में हो तब। वे मूर्ख नहीं हैं। क्षमा करें, लेकिन आपका कथन उचित नहीं है।"
पारिदा ने इस पर प्रतिक्रिया दी, "दमदार व्यंग्यात्मक शब्द भड़काने के लिए होते हैं। प्रतिरक्षा मुद्दों के कारण बच्चों और बूढ़ों को घर के अंदर रहना चाहिए। हम सभी को इस पर सख्त होना चाहिए।"
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