प.बंगाल : रैली में भगदड़ की स्थिति के बाद मोदी ने रोका भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में अपनी रैली में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाने के बाद अपना भाषण बीच में ही बंद कर दिया। ऐसे स्थिति उत्पन्न होने से कई लोग घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल में उत्तरी 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में शनिवार को मोदी की रैली के दौरान मची भगदड़ की स्थिति को संभालती पुलिस (बाएं) व इस दौरान चोट लगने से घायल एक महिला। फोटो : देबज्योति चक्रवर्ती |
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई महिलाएं और बच्चे घायल हो गए। दरअसल, जब मोदी मटुआ समुदाय की रैली को संबोधित कर रहे थे, तब आयोजन स्थल के बाहर खड़े उनके सैकड़ों समर्थकों ने रैली ग्राउंड के अंदरुनी हिस्से में आने की कोशिश की, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
मोदी ने उन लोगों से अपनी ही जगह पर बने रहने और आगे आने की कोशिश न करने का आह्वान कर भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन उनके आग्रह का कोई असर नहीं पड़ा एवं समर्थक मंच के सामने खाली जगह में कुर्सियां फेंकने लगे, ताकि अंदरुनी हिस्से में जगह बन पाए जबकि यह जगह महिला समर्थकों के लिए निर्धारित थी। इस हो-हल्ला के बाद मोदी ने अचानक यह कहते हुए अपना भाषण बंद कर दिया कि उन्हें दूसरी रैली में जाना है।
पुलिस के अनुसार भगदड़ जैसी स्थिति के दौरान कई महिलाएं और बच्चे बेहोश हो गए। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। इस घटना से मोदी की पिछले साल की 16 जुलाई की रैली याद आती है, जब पश्चिम मिदनापुर जिले में मंच गिर गया था और कई लोग घायल हो गए थे।
भाजपा व तृमूकां कार्यकर्ताओं में झड़प
पश्चिम बंगाल में पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर शहर में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को प्रस्तावित रैली के आयोजन स्थल के समीप कथित तौर पर पोस्टर हटाने को लेकर झड़प हो गई। भाजपा के प्रदेश महासचिव सायंतन बसु ने बताया कि शुक्रवार रात को हुई घटना में पार्टी के कार्यकर्ता घायल हो गए। बसु ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकाया और प्रधानमंत्री की तस्वीरों वाले पोस्टर और प्लेकार्ड फाड़ डाले। मोदी का आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान का शुभारंभ करने का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे पोस्टर हटा दिए और तृणमूल कांग्रेस नेताओं की तस्वीरें चिपका दी। हमारे कार्यकर्ताओं से भी बदसलूकी की गई।’’ स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने आरोपों से इनकार किया और इसके बजाय दावा किया कि भाजपा ने ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पोस्टरों पर काली स्याही पोत दी। दोनों पार्टियों ने दावा किया कि घटना में उनके कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि उसे शिकायतें मिली हैं और वह मामले की छानबीन कर रही है।
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