दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में अपनाया जाएगा 'Business Blasters Program'
दिल्ली के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों ने बच्चों ने ऑटो के लिए कम लागत वाला एयर कूलर, कपड़े और पराली से बने इंसुलेटिंग बैग, स्ट्रेस कम करने वाला पेन, कैलोरी मापने वाले चम्मच, सोलर स्मार्ट स्कूल बैग, पर्यावरण के अनुकूल ऑर्गेनिक पेंट समेत अन्य बिजनेस आइडिया तैयार किए हैं।
![]() Business Blasters Program |
इन बिजनेस आइडिया से विशेषज्ञों व सरकार को अवगत करवाया गया। यह बिजनेस आइडिया स्कूलों में शुरू किए गए 'बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम' के अंतर्गत तैयार किए गए हैं। खास बात यह है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ ही अब दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में भी 'बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम' शुरू हो रहा है।
शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 11वीं-12वीं के बच्चों के साथ चर्चा कर उनके अनूठे बिजनेस आइडियाज को जाना। इस मौके पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि जो रिसर्च विदेशों में आज से 200-250 साल पहले हुई वो रिसर्च भारत में 2.5 हजार साल पहले हो चुकी थी, लेकिन हमसे गलती हुई और हमने इस रिसर्च को आगे नहीं बढ़ाया। हम जो चीजें 2.5 हजार साल पहले सोच रहे, वो दुनिया भर के देशों ने केवल 250 साल पहले सोचना शुरू किया, फिर भी हम दुनिया का नंबर वन देश नहीं बन पाए। उन्होंने कहा कि हमें भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना है।
सिसोदिया ने कहा कि आज भारतीय घरों में यह चर्चा आम है और सपना देखा जाता है कि यदि उनका बच्चा अच्छे ग्रेड्स ले आए, पढ़ाई में थोड़ा अच्छा कर जाए तो उसे उच्च शिक्षा के लिए ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज, अमेरिका या जापान की किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सबके उलट जिस दिन अमेरिका या यूरोप के घरों में पेरेंट्स उच्च शिक्षा के लिए अपने बच्चों को भारत के किसी यूनिवर्सिटी में भेजने का सपना देखेंगे, उस दिन भारत दुनिया का नंबर वन देश बन जाएगा।
सिसोदिया ने कहा कि आज भारत के बेहतर से बेहतर शिक्षण संस्थान से पढ़ने के बाद भी हमारे प्रतिभावान युवाओं का ड्रीम जॉब गूगल, अमेजन जैसी विदेशी कंपनियों में काम करना होता है। लेकिन यदि हमें अपने देश को शीर्ष पर पहुंचाना है तो अपने देश में भी ऐसी कंपनियां तैयार करने की जरुरत है जिसमें काम करने का सपना विदेशों में पढ़ने वाले बच्चे देखे, तभी भारत नंबर वन बनेगा।
उल्लेखनीय है कि बिजनेस ब्लास्टर्स दिल्ली सरकार के एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसे इस साल दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ-साथ प्राइवेट स्कूलों द्वारा भी अपनाया जा रहा है इसके तहत सरकार द्वारा प्रत्येक छात्र को 2000 रुपये की सीड मनी देकर उन्हें अपने स्टार्ट-अप्स को शुरू करने का वास्तविक अनुभव प्रदान किया जाता है।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें जर्मनी व जापान जैसे देशों से सीखने की जरुरत है जो दूसरे विश्वयुद्ध में पूरी तरह तबाह हो चुके थे। उसके बावजूद वो दोबारा उठ खड़े हुए और आज दुनिया के विकसित देशों में शुमार है।
उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार अकेले दम पर देश को नंबर वन नहीं बना सकती है। सभी 131 करोड़ भारतीयों को साथ मिलकर इस सपने को पूरा करना होगा। इसलिए आजादी के 75वें साल के अवसर पर सभी यह प्रतिज्ञा लें कि हम सभी साथ मिलकर भारत को विश्व का नंबर वन देश बनायेंगे और इस विजन को पूरा करने का एकमात्र रास्ता शिक्षा है।
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