कला व संस्कृति के रंगों से सराबोर होंगे डीडीए पार्क
राजधानी में पर्यावरण को सुधारने एवं लोगों के जीवन को जीवंत बनाने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने निर्णय लिया है कि वह कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पार्कों को किराए पर देगा।
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कोई भी सरकारी, गैर सरकारी पंजीकृत संस्था कला एवं संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने के लिए डीडीए का पार्क बुक करा सकती हैं। प्राधिकरण का मानना है कि इससे जहां कला एवं संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, वहीं लोगों की जीवन शैली में गुणात्मक सुधार आएगा। इसके लिए डीडीए ने पार्कों की श्रेणियों को अलग-अलग वर्गीकृत किया है।
डीडीए की नीति के मुताबिक आयोजन के लिए निर्धारित खुले पार्क, पार्कों के भीतर ऐम्फिथिएटर, बोट क्लब आदि की सुविधा के लिए संस्थाएं आवेदन कर सकती हैं। प्राधिकरण की नीति के मुताबिक पार्क की बुकिंग के लिए आवेदन करने वाला मूल रूप से भारतीय हो।
इसके साथ ही आवेदन करने वाली संस्था सोसायटी अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक सोसायटी हो। स्कूल कॉलेज एवं विश्वविद्यालय आवेदन कर सकते हैं। पंजीकृत गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) आवेदन कर सकती है।
कंपनी अधिनियम 2013 के तहत पंजीकृत कोई भी कंपनी बुकिंग के लिए आवेदन कर सकती है। इसके अलावा सोसायटी अधिनियम 1860 या डीडीए आवासीय संपदा प्रबंधन एवं निपटान विनिमय 1968 के तहत विधिवत पंजीकृत आवासीय कल्याण परिषद भी पार्क की बुकिंग के लिए आवेदन कर सकती है।
डीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि इस नीति को कुछ दिनों पहले ही अमल में लाया गया है। अधिकारी ने बताया इसका उद्देश्य शहर के हरित वातावरण को फिर से जीवंत बनाना है। मौजूदा समय में डीडीए के अधिकार क्षेत्र में लगभग 800 पार्क हैं।
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