डीयू: साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए 16 अगस्त से विश्वविद्यालय खोलने का फैसला

Last Updated 05 Aug 2021 09:17:55 PM IST

दिल्ली विश्वविद्यालय ने साइंस स्ट्रीम से जुड़े ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालय खोलने का फैसला किया है।


दिल्ली विश्वविद्यालय

इन पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए 16 अगस्त से दिल्ली विश्वविद्यालय में कक्षाएं एवं प्रयोगशालाएं प्रारंभ कर दी जाएंगी। गुरुवार 5 अगस्त को दिल्ली विश्वविद्यालय में इसको लेकर एक आधिकारिक आदेश जारी किया है। फिलहाल केवल साइंस स्ट्रीम से जुड़े छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के शेष पाठ्यक्रमों की पढ़ाई ऑनलाइन ही जारी रहेगी। यानी विज्ञान को छोड़ कर सभी संकायों की कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी। दिल्ली रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने यह आदेश जारी किया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि अब कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। इसी के मद्देनजर साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय फिर खोला जा रहा है।

विश्वविद्यालय का यह भी कहना है कि फिजिकली शुरू की जा रही कक्षाओं एवं प्रयोगशालाओं के संचालन में कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा। किसी भी कक्षा अथवा प्रयोगशाला में छात्रों की भीड़ नहीं लगने दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा।



दिल्ली विश्वविद्यालय पहले ही है स्पष्ट कर चुका था की साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए परिसर को फिर से खोलने पर विचार किया जा रहा है। बुधवार को ही दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने इस संबंध में कहा था कि विश्वविद्यालय अगले सप्ताह संबंधित दिशा-निर्देश जारी कर सकता है।

डूटा की कोषाध्यक्ष आभा देव हबीब ने दिल्ली विश्वविद्यालय के इस फैसले पर कहा कि क्या कोई एक नोटिस कक्षाओं को फिजिकल मोड में आयोजित करने के लिए कह सकता है। यह लिखना आसान है कि सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए लेकिन यह कैसे सुनिश्चित किया जाए। क्या वास्तव में प्रोटोकॉल का पालन किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि यूजी कॉलेजों और विज्ञान विभागों दोनों में, कक्षाओं और प्रयोगशालाओं में भीड़भाड़ है। एमएससी भौतिकी विभाग में वास्तव में समायोजित किए जा सकने वाले छात्रों की संख्या अधिक है।

डूटा की ओर से आभा देव हबीब ने कहा कि क्या विश्वविद्यालय छात्रों से 10 दिनों में दिल्ली लौटने और आवास खोजने की उम्मीद कर सकता है। कितने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने अपना और अपने परिवार का टीकाकरण कराया है, इस बारे में कोई रिपोर्ट प्रकाशित करने की विश्वविद्यालय ने परवाह नहीं की है।

अधिसूचना घोषित करती है कि कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, जबकि ऐसी रिपोर्टें हैं जो अब किसी भी समय तीसरी लहर के निर्माण की भविष्यवाणी करती हैं। यह पत्र छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों के हितों की पूर्ण अवहेलना करते हुए जारी किया गया है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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