दिल्ली में लापरवाही ने बढ़ाई मुसीबत, कोरोना संक्रमण में तेजी के लिए त्योहारी सीजन भी जिम्मेदार : केंद्र
राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से रोज रेकॉर्ड संख्या में कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने इसके लिए त्योहारी सीजन, चहल-पहल में इजाफा के साथ-साथ लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है।
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केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक कर दिल्ली में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की।
गृह मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली के क्रिटिकल जोन में टेस्टिंग को और बढ़ाने की कोशिशें की जाएंगी। रेस्तरां, बाजार, सैलून, नाई की दुकान जैसी संवेदनशील जगहों में आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाया जाएगा। दूसरी तरफ देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक जांच कर संक्रमितों का पता लगाने की मुहिम में एक नवम्बर तक कुल जांच का आंकड़ा 11 करोड़ को पार कर गया। वहीं देश में लगातार आठवें दिन कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं और इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक बनी रहने से मृत्यु और सक्रिय मामलों की दर में भी लगातार गिरावट आ रही है।
आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने व कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर जोर : संवेदनशील जगहों और रेस्तरां, बाजार, नाई की दुकानों और सैलून जैसे क्रिटिकल जोन में आरटी-पीसीआर टेस्ट को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा ऐहतियात के तौर पर बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या में इजाफा किया जाएगा। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगाने और क्वारंटीन में रह रहे लोगों की कारगर निगरानी को सुनिश्चित किया जाएदा ताकि संक्रमण की कड़ी टूट सके।
गृह मंत्रालय ने कहा, ‘दिल्ली में ऐक्टिव केसों में हालिया उछाल के पीछे त्योहारी सीजन जिम्मेदार है जिसमें लोगों की चहल-पहल बढ़ती है और साथ ही कोरोना से बचाव वाले सुरक्षित व्यवहारों को लेकर लोगों की लापरवाही की जिम्मेदार है। ‘दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं।
दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए कुल 15,789 बेड हैं जिनमें से 57 प्रतिशत खाली हैं। बैठक में दिल्ली में कोरोना संक्रमण के फैलने को रोकने की रणनीति पर चर्चा की गई। खासकर फेस्टिवल सीजन और बढ़ती ठंड के बीच बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर बैठक में गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चर्चा की।
लोगों को जागरूक करने के लिए चलाया जाएगा अभियान : नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा जागरूकता के लिए अभियान चलाया जाएगा जो इन्फॉर्मेशन, एजुकेशन और कम्यूनिकेशन पर केंद्रित होगा। होम आइसोलेशन वाले सभी मामलों की पुख्ता निगरानी सुनिश्चित की जाएगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें समय से अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
उधर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश कोविड-19 से स्वस्थ होने के मामले में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर बना हुआ है जबकि सक्रिय मामलों में निरंतर गिरावट देखी गई है।
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