दिल्‍ली: हथिनीकुंड से छोड़ा पानी, चेतावनी के निशान के करीब पहुंचा यमुना का जल स्‍तर

Last Updated 26 Aug 2020 01:08:49 PM IST

राजधानी दिल्ली में यमुना नदी बुधवार सुबह चेतावनी स्तर के करीब बह रही है और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से और अधिक पानी छोड़े जाने से इसका जलस्तर बढ़ने की संभावना है।


सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुराने रेलवे पुल पर सुबह आठ बजे जलस्तर 203.78 मीटर दर्ज किया गया। हथिनीकुंड बैराज से सुबह आठ बजे 13,433 क्यूसेक दर से यमुना में पानी छोड़ा जा रहा था। एक क्यूसेक 28.32 लीटर प्रति सेकेंड के बराबर होता है।

अधिकारी के अनुसार मंगलवार शाम छह बजे जलस्तर 203.98 मीटर था जो कि चेतावनी स्तर 204.50 मीटर के करीब था। सोमवार को नदी का जलस्तर 204.38 मीटर तक पहुंच गया था जो कि खतरे के निशान 205.33 मीटर से सिर्फ एक मीटर कम है।

उन्होंने बताया, 'मंगलवार शाम पांच बजे बहाव दर 36,577 क्यूसेक रहा, जो कि पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा था.... अगले 48 घंटे में जलस्तर बढ़ सकता है।'

बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में सामान्य तौर पर 72 घंटे का समय लगता है। इस बैराज से ही दिल्ली को पेयजल मुहैया होता है। सामान्य तौर पर हथिनीकुंड बैराज में बहाव दर 352 क्यूसेक होता है लेकिन जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद पानी छोड़ने की मात्रा बढ़ा दी जाती है।
पिछले साल 18-19 अगस्त को बहाव दर 8.28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया था और यमुना नदी का जलस्तर 206.60 मीटर पर पहुंच गया, जो खतरे के निशान 205.33 से ऊपर है। निचले इलाकों में पानी भरने के बाद दिल्ली सरकार ने बचाव और राहत अभियान शुरू किया था।

दिल्ली के जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि सरकार बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर पश्चिमी भारत में भारी से बेहद भारी बारिश होने का अनुमान जताया है जिससे नदी का जलस्तर बढ़ सकता है।

भाषा
नई दिल्ली


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