दिल्ली हिंसा : चांद बाग में नाले से मिला आईबी अफसर का शव, मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हुई

Last Updated 26 Feb 2020 09:39:45 AM IST

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस को बुधवार को हिंसा ग्रस्त क्षेत्र चांदबाग पुलिया से एक नाले से अंकित शर्मा का शव बरामद हुआ।


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा थमने तथा तनावपूर्ण शांति कायम होने के बावजूद पुलिस ने बुधवार को इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के सुरक्षा सहायक का शव बरामद किया। पुलिस को यह शव हिंसाग्रस्त क्षेत्र के चांदबाग से बरामद हुआ। मृतक की शिनाख्त उत्तरपूर्वी दिल्ली के खजूरी खास निवासी अंकित शर्मा के रूप में हुई है।

पुलिस को बुधवार को हिंसा ग्रस्त क्षेत्र चांदबाग पुलिया से एक नाले से अंकित शर्मा का शव बरामद हुआ। अंकित आईबी में सुरक्षा सहायक के पद पर कार्यरत थे। अंकित की मौत गोली लगने से मानी जा रही है और उसके शरीर पर पीटे जाने के भी कई निशान दिख रहे हैं।

अंकित मंगलवार शाम से लापता था। उसके पिता रविंदर शर्मा भी आईबी में कार्यरत हैं।

मंगलवार को मृतक संख्या 13 थी। जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) सुनील कुमार गौतम ने कहा, ‘‘मरने वालों की संख्या बढकर 22 हो गई है।’’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मरने वाले 22 लोगों में से चार को बुधवार सुबह लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल से लाया गया था।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसक घटनाओं के कारण बंद किये गए सभी मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बुधवार को खोल दिये गये हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने आज ट्वीट किया, ‘‘बंद किये गए सभी मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए गए हैं और सभी स्टेशनों पर सामान्य सेवाएं बहाल हो गई हैं।’’

 

इस बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने देर रात हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा किया। बताया गया है कि एनएसए ने सीलमपुर में स्थिति का जायजा लिया और पुलिस के कई आला अफसरों के साथ बैठक भी की। इस बैठक में पुलिस आयुक्त, संयुक्त पुलिस आयुक्त, उपायुक्त (डीसीपी) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

डोभाल रात करीब साढ़े 11 बजे सीलमपुर डीसीपी कार्यालय पहुंचे और साढ़े 12 बजे तक बैठक के बाद करीब 8 किलोमीटर का सफर करते हुए सभी हिंसा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया।

वे भजनपुरा, यमुना विहार समेत कई इलाकों में भी गए। उन्होंने गाड़ी में बैठकर इन इलाकों का दौरा किया। इस बीच हिंसा प्रभवित इलाकों में प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है।


प्रभावित इलाकों में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीमा सशस्त्र बल और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवान भी तैनात किए हैं। रैपिड एक्शन फोर्स के भी जवान हर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। स्थिति को सामान्य करने के लिए उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।

राजधानी में दो दिन से जारी हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर केन्द्र सरकार ने मंगलवार को उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलायी और स्थिति की गहन समीक्षा की तथा शांति बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाने का फैसला किया। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक बुलायी थी जिसमें दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए।

केजरीवाल ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में इस बैठक को अच्छा कदम बताते हुए कहा कि हर कोई चाहता है कि राजधानी में हिंसा रूके। बैठक में यह फैसला किया गया कि सभी राजनीतिक दल दिल्ली में शांति व्यवस्था बहाल करने में सहयोग करें।

इससे पहले केजरीवाल ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली और अन्य प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद उन्होंने पुलिस बल पर्याप्त संख्या में नहीं होने और हिंसा फैलाने के लिए सीमावर्ती राज्यों से उपद्रवियों के आने की बात कही थी।

हिंसा के कारण केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली के उत्तर पूर्वी ईलाकों के कुल 86 केंद्रों पर 26 फरवरी को होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगति कर दी है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने पहले उत्तर पूर्वी इलाके के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की थी।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कल रात से किसी बड़ी हिंसा की सूचना नहीं है लेकिन हालात बेहद तनावपूर्ण है।

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध एवं समर्थन को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई हिस्सों में रविवार शुरू हुयी थी जिसमें अब तक एक पुलिसकर्मी समेत 20 लोगों की मौत हो गयी है।
 

 

 

एजेंसियां
नई दिल्ली


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