अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में पड़े सबसे ज्यादा वोट
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के चुनावों लिए शनिवार को संपन्न हुए मतदान में अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों वाले विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदान हुआ।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डा. रणबीर सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि जहां कुल मतदान प्रतिशत 61.56 रहा, वहीं मुस्तफाबाद, बल्लीमारान, सीलमपुर, मटियामहल और ओखला में यह प्रतिशत 3 से चार प्रतिशत ज्यादा रहा।
अधिकारियों द्वारा दिये गए आंकड़ों के अनुसार उत्तर पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में शाम पांच बजे तक 66.29 प्रतिशत मतदान हो चुका था। पुरानी दिल्ली के मटियामहल इलाके में 65.62 मतदान हुआ। यहां सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली की एक और अल्पसंख्यक बहुल सीलमपुर में 64.92 मतदान हुआ है।
बल्लीमारान और ओखला विधानसभा क्षेत्रों में भी मतदाताओं ने भी उत्साहपूर्वक मतदान में हिस्सा लिया। सूत्रों का कहना है कि यहां भी अल्पसंख्यक बहुल इलाकों की तरह ही बम्पर वोटिंग हुई। इन सभी इलाकों में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
वर्ष 2015 की अपेक्षा कम मतदान होने की वजह के सवाल पर सीईओ ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। हालांकि उनका तर्क था कि इस बार मतदान का फीसद बढ़ाने के लिए 30 विधानसभा क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया गया था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी के परिचय पत्र को लेकर कुछ शिकायत मिली थी, उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को समस्या के समाधान के निर्देश दे दिए थे।
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