दिल्ली विस चुनाव : 61.71 फीसदी मतदान, एग्जिट पोल्स में फिर ’आप‘ की आंधी
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर विभिन्न न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने एग्जिट पोल में एक बार फिर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की आंधी नजर आ रही है।
![]() दिल्ली विस चुनाव : एग्जिट पोल्स में फिर ’आप‘ की आंधी |
एग्जिट पोल के नतीजों को देखकर अनुमान लगाया जा सकता एक बार फिर दिल्ली में केजरीवाल सरकार बनने जा रही है। हालांकि चुनाव के फाइनल नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में वोटिंग संपन्न हो चुकी है। देर रात चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए 61.71 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पिछली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 67 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वोटिंग संपन्न होने के साथ ही विभिन्न न्यूज चैनलों और एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किए हैं, जिसमें सीधे तौर से दिल्ली में दोबारा से आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का अनुमान दिख रहा है। एक-दो को छोड़ लगभग सभी एग्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी 55 या इससे ज्यादा सीटें जीतती हुई दिख रही है। पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा के प्रदशर्न में सुधार जरूर दिख रहा है। उसका वोट प्रतिशत पिछली बार की तरह उसके साथ बना हुआ है। लेकिन वह कहीं मुकाबले में नहीं है।
आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत 56 फीसद रहने का अनुमान है, जबकि कांग्रसे के पक्ष में महज पांच फीसद ही वोट रहने की संभावना व्यक्त की गई है। एग्जिट पोल की मानें तो इस बार चुनाव में कांग्रेस की सबसे ज्यादा दुर्गति होने वाली है। ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस अधिकतम एक सीट पर सिमटती हुई दिख रही है।
इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील देश अनुसंधान केन्द्र ने भी सबसे बड़े नमूना आधार के दावे के साथ अपना सर्वेक्षण पेश किया है जिसमें आम आदमी पार्टी को 60.04 प्रतिशत वोटों के साथ 68 सीटें तथा भाजपा को 30.9 प्रतिशत वोट के साथ केवल दो सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। कांग्रेस को 6.7 फीसदी के साथ कोई सीट नहीं मिलने तथा अन्य को 2.2 प्रतिशत मत मिलने की संभावना जतायी गयी है। कुल मिलाकर पोल्स ऑफ पोल को देखें तो आप को 52, भाजपा को 17 और कांग्रेस को एक सीट मिलती दिख रही हैं।
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव शनिवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इसी के साथ 672 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इनमें 79 महिला उम्मीदवार हैं। कुल 1.47 करोड़ मतदाताओं में से 61.71 फीसद ने मतदान किया। महिलाओं और युवाओं में मतदान के प्रति ज्यादा जोश दिखा। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ. रणबीर सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में दी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 67.12 फीसद मतदान हुआ था। मतगणना 11 फरवरी को होगी।
डॉ. सिंह ने बताया कि चुनाव में कहीं से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की अपेक्षा मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों में कमी आई। उन्होंने बताया कि ‘पिक एण्ड ड्राप’ सेवा के तहत पंजीकरण हुए मतदाताओं में 60 फीसद ने मतदान किया। बुजुगरे एवं दिव्यांगों की सहायता के लिए 3,900 व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी और करीब 10 हजार वॉलंटियर्स तैनात किए गए थे।
डा. रणवीर सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान करीब 57 करोड़ रुपए से अधिक की नगदी, शराब आदि पकड़ी गई। इसमें 12 करोड़ 33 लाख रुपए की नगदी, शराब दो करोड़ 43 लाख रुपए की पकड़ी गई। बयालिस करोड़ 32 लाख रुपए की अन्य अवैध सामग्री पकड़ी गई। उन्होंने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कई प्रयास किये लेकिन यह नहीं बढ़ सका जिसके कई कारण हो सकते हैं।
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