परेड के दौरान ड्रोन हमले की आशंका
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान ड्रोन से हमला किए जाने की आंशका व्यक्त करते हुए खुफिया विभाग ने राजधानी की सुरक्षा को और अधिक चाक-चौबंद किए जाने के निर्देश दिल्ली पुलिस को दिए हैं।
गणतंत्र दिवस 2020 की फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान राजपथ पर मार्च पास्ट करती भारतीय सेना की स्पेशल ऑपरेशन यूनिट। फोटो : आईएएनएस |
ऐसे किसी भी हमले को विफल बनाने तथा उड़ती संदिग्ध वस्तु का पता लगाने के लिए पुलिस ड्रोन रोधी तकनीक का उपयोग कर रही है। आशंका यह भी है कि सीएए व एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन तथा काले झंडे दिखाए जा सकते हैं। हालांकि पुलिस ने जमीन से आसमान तक कड़ी चौकसी का दावा किया है।
खुफिया विभाग को आशंका है कि पाक परस्त आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा व जैश ए मोहम्मद से जुड़े आतंकी परेड के दौरान गड़बड़ी फैला सकते है। इसके तहत पुलिस वर्दी में फिदायन तथा ड्रोन के जरिए हमले का अंदेशा व्यक्त किया गया है। पुलिस को किसी भी संदिग्ध ड्रोन को देखते ही नष्ट किए जाने के आदेश दिए गए है। लालकिला से राजपथ के आसपास स्थित ऊंची इमारतों पर सुरक्षा बलों को विमानरोधी तोपों के साथ तैनात किया गया है। राजपथ से लालकिना तक करीब पच्चीस हजार जवान सुरक्षा में तैनात होंगे।
इसके अलावा करीब चालीस हजार जवानों को राजधानी के भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट, बस अड्डों, मेट्रों समेत विभिन्न धार्मिक केन्द्रों पर तैनात कि या जा रहा है। देश-विदेश किए जाने वाले कॉल पर अभी से निगरानी रखी जा रही है। समारोह में भाग लेने आने वालों की निगरानी के लिए करीब सात सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। राजधानी के प्रत्येक क्षाना क्षेत्रों में वाहन चेकिंग का आदेश देते हुए भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, स्वात कमांडों, बम निरोधक दस्ते, पीसीआर वैन समेत एंबुलेस आदि को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
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