नागरिकता कानून : हिंसक हुआ विरोध, जामिया में पुलिस-प्रदर्शनकारियों में झड़प, आगजनी, तोड़फोड़

Last Updated 15 Dec 2019 11:21:22 PM IST

नागरिकता संशोधन कानून का विरोध दिल्ली में उस समय हिंसक हो गया जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोग शरीक हो गए और पुलिस द्वारा उन्हें आगे बढ़ने से रोकने पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई।


दक्षिण दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन, 4 बसों में आग लगाई

पुलिस के साथ संघर्ष के दौरान उन्होंने दक्षिण पूर्व दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी एवं मथुरा रोड पर डीटीसी की कई बसों, एक कार और एक अग्निशमन गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इस हिंसक प्रदर्शन में छह पुलिसकर्मी और दो दमकलकर्मी जख्मी हो गए। संघर्ष के कारण इलाके में यातायात बाधित हो गया और सड़कों पर वाहन कई घंटे तक फंसे रहे।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगा दी और कम से कम तीन बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और दमकल की एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया जब वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव सिमॉन फारूकी ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से मथुरा रोड पर बैठे थे तभी पुलिस ने उनमें से कुछ को ‘परेशान’ करने का प्रयास किया जिसका उन्होंने विरोध किया।

लाठीचार्ज के बाद भी हिंसक नहीं हुए हम : जामिया के छात्रों ने आज हुई हिंसा के बाद बयान जारी कर कहा, ‘हम बार-बार कहते रहे हैं कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण और अहिंसक है। हम इस रुख पर अड़े हुए हैं और हिंसा में शामिल किसी भी पक्ष की निंदा करते हैं।’ बयान में कहा गया है, ‘हमने उस समय भी शांति बनाए रखी जब छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया और कुछ महिला प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह पीटा गया। मीडियाकर्मी इन घटनाओं के गवाह रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि प्रदर्शन हिंसक हो जाने के कारण वे परिसर में लौट आए और परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं।

कई मेट्रो स्टेशनों के द्वार बंद : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी तरह की हिंसा अस्वीकार्य है और प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए रविवार शाम को सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन का प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ओखला विहार, जसोला विहार, शाहीन बाग के प्रवेश एवं निकास द्वार भी बंद कर दिए गए हैं और इन स्टेशनों पर कोई ट्रेन नहीं रुकेगी। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि आंदोलन के कारण ओखला अंडरपास से सरिता विहार तक यातायात बंद रहा।

जेटीए ने की निंदा : जामिया टीचर्स एसोसिएशन ने नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसा की निंदा की और कहा कि वह दक्षिणी दिल्ली में आगजनी का हिस्सा नहीं है। एसोसिएशन ने स्थानीय राजनीतिक नेताओं के नेतृत्व वाले इस तरह के ‘दिशाहीन’ प्रदर्शन से दूर रहने की छात्रों से अपील की।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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