हड़ताल खत्म, काम पर लौटे डॉक्टर
एम्स व सफदरजंग के रेजीडेंट डॉक्टरों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन से मिले आासन के बाद हड़ताल खत्म कर दी और रविवार देर शाम काम पर लौट आए।
हड़ताल खत्म, काम पर लौटे डॉक्टर |
स्वास्थ्य मंत्री ने रेजीडेंट डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल के साथ दो घंटे की मैराथन बैठक के बाद उन्हें आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) विधेयक को लेकर उनकी चिंताओं का उचित निवारण किया जाएगा। उधर डाक्टरों की हड़ताल खत्म होने से मरीजों ने राहत की सांस ली है। बीते बृहस्पतिवार से हुए हाई बोल्टेज ड्रामा रविवार दिन भर जारी रहा।
एम्स के निदेशक को लिखे एक पत्र में रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने कहा कि एक मुलाकात के दौरान केंद्रीय (स्वास्थ्य) मंत्री ने उन्हें चिंताओं को दूर करने का भरोसा दिया है। मंत्री ने उनसे यह भी कहा कि आयोग के नियमों का मसौदा तैयार करने के दौरान एम्स के आरडीए और छात्र संघ के प्रतिनिधियों से भी मशविरा किया जाएगा। स्वास्थ्य ने एम्स और सफदरजंग अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशनों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की तथा आशा जताई कि वे रोगियों को पेश आ रही समस्याओं के मद्देनजर अपनी हड़ताल खत्म करेंगे।
एम्स आरडीए ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) के आंदोलनरत डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर ली है। एम्स आरडीए ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने एनएमसी विधेयक 2019 लाए जाने के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से बताया और हमें भरोसा दिलाया कि एनएमसी का गठन होने पर नियमों का मसौदा तैयार करने के दौरान उनकी आशंकाओं का उचित निवारण किया जाएगा। उधर एनएमसी बिल के विरोध में डाक्टरों ने दिन ने टार्च जलाकर सायं 7 बजे एम्स परिसर और उसके बाहरी क्षेत्र में मार्च निकाला ।
एम्स आरडीए के पूर्व अध्यक्ष डा. विजय कुमार गुर्जर ने कहा कि हम हड़ताल के पक्ष में कतई नहीं है, मरीजों को हो रही दिक्कतों से हम इत्तेफाक रखते हैं, लेकिन सरकार भी तो हमारी बात शांति पूर्ण तरीके से नहीं सुन रही थी। फेडरेशन ऑफ डाक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) के अध्यक्ष डा. सोमेध ने कहा कि हम फिलहाल स्वास्थ्य सेवाएं बहाल कर रहे हैं, लेकिन हमारा सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा।
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