एलएनजेपी अस्पताल पर सीबीआई छापा
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) पर सीबीआई का छापा पड़ा है।
एलएनजेपी अस्पताल (file photo) |
बताया जा रहा है कि मामला वर्ष 2010 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों के समय अस्पताल में हुई खरीद से जुड़ा है, जिसमें नियमों की हेराफेरी कर सामान को तय कीमत से करीब 66 लाख रु पए ज्यादा मूल्य पर खरीदा गया था। खरीद में इस हेराफेरी को विभागीय ऑडिट में पहले ही पकड़ा जा चुका है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई की एक टीम दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डा. किशोर के दफ्तर में पहुंची। इसके बाद टीम ने अस्पताल के पिछले साल के रिकॉर्ड को खंगाला और वर्ष 2009-10 से जुडी कई फाइलें अपने साथ ले गए। बताया जा रहा है कि सीबीआई जिस मामले से जुड़े रिकॉर्ड जब्त करने अस्पताल आई थी, वह वर्ष 2009 -10 में प्लास्टिक पैलेट की खरीद से जुड़ा है। बता दें कि ये वही साल है जब दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित हुए थे और उसकी तैयारियों के नाम पर तत्कालीन शीला सरकार पर भ्रष्टाचार के इतने भारी भरकम आरोप लगे थे कि अगले चुनाव में कांग्रेस विधानसभा में खाता भी नहीं खोल पाई।
क्या है मामला : तब अस्पताल के एमएस डा. एके बनर्जी थे और परचेज ऑफिसर डा. जैसी पासी। तब एलएनजेपी को दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों का नोडल अस्पताल बनाया गया था। कॉमनवेल्थ खेलों को देखते हुए अस्पताल ने प्लास्टिक पैलेट्स की मांग की और सितम्बर 2009 में इसके लिए टेंडर जारी किया। साल भर बाद अगस्त 2010 में परचेज कमेटी ने 2800 का रेट तय किया। इससे पहले अस्पताल ने सरकार के ही अन्य 22 अस्पतालों से इसके लिए अप्रूवड कॉन्ट्रैक्टेड रेट की मांग की। इस पर केवल दादा देव मातृ एवं शिशु अस्पताल ने 13 अगस्त को दूसरे कॉन्ट्रैक्टर के 8500 का रेट दिया।
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