कांग्रेस की मजबूत कड़ी कमलनाथ को कमजोर करने की BJP की रणनीति

Last Updated 18 Nov 2020 12:34:36 PM IST

मध्य प्रदेश में विधानसभा के उपचुनाव में मिली सफलता के बाद भाजपा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को घेरने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए पार्टी ने उन पर हमलावर रुख अपनाने का मन बना लिया है।


पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल फोटो)

राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के निशाने पर कमलनाथ रहे हैं और आगे भी पार्टी की योजना कमलनाथ पर हमलावर रहने की है। आगामी समय में नगरी निकाय और पंचायत के चुनावों में कमलनाथ और उनकी पूर्ववर्ती सरकार निशाने पर रहने वाली है। इसकी पार्टी ने शुरुआत भी कर दी है।

कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोलने की जिम्मेदारी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को सौंपी गई है। यही कारण है कि शर्मा ने अगस्तावेस्टलैंड घोटाले को लेकर कमलनाथ पर बड़ा हमला बोला है। शर्मा का आरोप है कि इस घोटाले के मुख्य आरोपी राजीव सक्सेना के बयान ने यह प्रमाणित कर दिया है कि कमलनाथ और उनका पूरा परिवार इस घोटाले में शामिल रहा है। कांग्रेस को चाहिए कि वह कमलनाथ को सभी पदों से हटाते हुए प्रदेश की जनता से माफी मांगे क्योंकि सब जानते बूझते हुए कांग्रेस ने कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने के साथ पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।

कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि कमलनाथ की सरकार ने 15 माह में जो काम किए हैं वह प्रदेश की जनता के सामने है और भाजपा को आने वाले 3 साल में इससे बेहतर काम करने होंगे जो उसके लिए संभव नहीं है, लिहाजा सिर्फ भाजपा के पास एक ही रास्ता है और वह आरोप व प्रतिशोध की राजनीति करे। इससे कुछ होना जाना नहीं है क्योंकि प्रदेश की जनता जानती है कि कमलनाथ सरकार ने किस तरह से उनके हित में फैसले लिए।

भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को घेरने की बनाई गई रणनीति के पीछे राजनीतिक समीक्षकों को एक दीर्घकालिक योजना नजर आती है। राजनीतिक विश्लेषक शिव अनुराग पटेरिया का कहना है कि भाजपा को कमलनाथ को न्यूट्रलाइज करना होगा क्योंकि कमलनाथ बेहतर प्रबंधन और राजनीतिक तौर पर दक्ष नेता हैं, साधन संपन्न भी हैं। वर्तमान में कांग्रेस के पास राज्य में दो ही प्रमुख नेता हैं- कमलनाथ और दिग्विजय सिंह। उनमें से दिग्विजय सिंह के पास वह आर्थिक संसाधन नहीं है जो कमलनाथ के पास है और अगर भाजपा कमलनाथ को घेरने में सफल होती है तो उसका रास्ता आने वाले समय में और भी आसान होगा। यही कारण है कि भाजपा ने कमलनाथ को घेरने पर जोर देना शुरू कर दिया है।
 

आईएएनएस
भोपाल


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