मध्य प्रदेश चुनाव: उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद
मध्य प्रदेश के 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान सम्पन्न हो गया। चंबल क्षेत्र के कुछ स्थानों से मारपीट, गोलीबारी और मतदान केंद्रों में तोड़फोड़ की खबरें आईं।
मध्य प्रदेश में मतदान सम्पन्न |
अपरान्ह चार बजे तक 55 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
वहीं बड़ी संख्या में ईवीएम के खराब होने पर उन्हें बदला गया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, "तीन मतदान केंद्रों पसरवाड़ा, लांजी और बैहर में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और तीन बजे मतदान खत्म हो गया। शेष 227 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान पांच बजे सम्पन्न हुआ।
मतदान के दौरान भिंड जिले के कुछ मतदान केंद्रों में तोड़फोड, गोलीबारी और हिंसा की खबरें आईं। वहीं भिंड के तीन विधानसभा क्षेत्रों भिंड, लहार, अटेर के सभी उम्मीदवारों को जिला मुख्यालय में नजरबंद किया गया।
शिवराज, कमलनाथ, सिंधिया ने डाला वोट
राज्य के प्रमुख नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के जैत गांव में, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले के सोंसर विधानसभा क्षेत्र के शिकारपुर में, कांग्रेस प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर के फूलबाग में मतदान किया।
सीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, "शुरुआत के पांच घंटों में पांच करोड़ चार लाख मतदाताओं में से एक करोड़ 26 लाख से अधिक मतदाता मतदान कर चुके थे। इनमें 69 लाख पुरुष और 59 लाख से अधिक मतदाता हैं।"
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांताराव ने माना कि प्रदेश में 100 ईवीएम मशीनों को गड़बड़ी के चलते बदला गया, इन मशीनों को आधे घंटे के भीतर बदल दिया गया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कई स्थानों से रात में शराब, नकदी बांटने जैसी खबरें भी आई। इस पर आयोग कार्रवाई कर रहा है।
उन्होंने कहा, "मतदान केंद्र पर जब तक मतदाता मौजूद रहेंगे, तब तक मतदान का क्रम जारी रहेगा।"
मतदान को लेकर आम मतदाताओं में उत्साह देखा गया, मतदान केंद्रों के बाहर मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं की कतारें लग गई थीं। मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें मतदाताओं के उत्साह को बता रही थीं। कई स्थानों पर ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी पर मतदाताओं ने नाराजगी जताई। कई स्थानों पर तो मतदाताओं को एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
इस चुनाव में कुल 2899 प्रत्याशी मैदान में है। इनमें 2644 पुरुष और 250 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा थर्ड जेंडर के पांच उम्मीदवार भी हैं। इसमें 1794 सामान्य, 591 अनुसूचित जाति और 514 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।
राज्य की छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक सात महिला प्रत्याशी, जबकि मेहगांव में सर्वाधिक 33 पुरुष प्रत्याशी हैं।
सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के कई दिग्गजों समेत समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के भी नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सामना इस बार बुधनी सीट पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव से हो रहा है। इसके अलावा होशंगाबाद सीट पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा के सामने भाजपा से कांग्रेस में गए वरिष्ठ नेता सरताज सिंह मैदान में हैं।
जनसंपर्क मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (दतिया), वित्त मंत्री जयंत मलैया (दमोह), पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव (रहली), गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह (खुरई), महिला और बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस (बुरहानपुर), पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी (भोजपुर), विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (कांग्रेस, चुरहट), पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (भाजपा, भितरवार) और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (कांग्रेस, लहार) के भी भाग्य का फैसला आज ईवीएम में बंद हो जाएगा। राज्य सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्री और कई पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने जहां राज्य की सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वहीं कांग्रेस 229 सीट पर चुनाव लड़ रही है। उसने गठबंधन के तहत एक सीट जतारा, लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। भाजपा और कांग्रेस के बाद बसपा ने सर्वाधिक 227 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी (आप) ने 208, सपाक्स पार्टी ने 110, शिवसेना ने 81, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 73 और समाजवादी पार्टी ने 52 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। एक हजार 94 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में डटे हैं।
मतगणना 11 दिसंबर को होगी।
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