PM Modi Siwan Visit: PM मोदी ने बिहार को दी कई परियोजनाओं की सौगात, ओपन गाड़ी में CM नीतीश के साथ मंच तक पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। मोदी अपने कार्यक्रम स्थल पर खुले वाहन में सवार होकर पहुंचे जो बिहार के उनकी दौरों की खास शैली बन गई है।
![]() |
इस दौरान पीएम मोदी ने सीवान जिले के जसौली में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 5,900 करोड़ रुपये की लागत से आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
#WATCH सीवान, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल, रेल और बिजली क्षेत्र सहित कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और विकास कार्यों का उद्घाटन किया। pic.twitter.com/cU8V6sJ1bD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2025
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की एकजुटता को दर्शाते हुए इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ गठबंधन सहयोगी एवं राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा भी थे। राज्य में कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
वाहन को भगवा रंग में रंगा गया था और फूलों से सजाया गया था। भगवा रंग भाजपा का प्रतीक है।
जब मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर लोगों की ओर हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर अपने समर्थकों का अभिवादन किया तो भीड़ ने ‘‘मोदी! मोदी!’’ के नारे लगाए।
#WATCH सीवान, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास कार्यों के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए सिवान पहुंचे। लोगों ने उत्साह के साथ प्रधानमंत्री का अभिवादन किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2025
उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद हैं। pic.twitter.com/k9HeZIXZb2
प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया - मेक फॉर द वर्ल्ड’ को आगे बढ़ाते हुए मरहोरा संयंत्र में निर्मित अत्याधुनिक लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई। इस लोकोमोटिव को गिनी गणराज्य को निर्यात किया जाना है।
यह लोकोमोटिव उच्च-हॉर्सपावर इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, ‘माइक्रोप्रोसेसर’-आधारित नियंत्रण प्रणाली एवं ‘एर्गोनोमिक कैब’ डिजाइन से लैस है और इसमें पुनर्योजी ब्रेक जैसी तकनीक शामिल हैं।
गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नमामि गंगे परियोजना के तहत छह मलजल शोधन संयंत्र (एसटीपी) का उद्घाटन किया।
उन्होंने बिहार के विभिन्न शहरों में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली जलापूर्ति, स्वच्छता और एसटीपी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
क्षेत्र में बिजली संबंधी बुनियादी ढांचे को मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री ने बिहार में 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की आधारशिला रखी। मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, सिवान आदि समेत राज्य के 15 ग्रिड उपकेंद्रों पर बीईएसएस लगाए जा रहे हैं।
प्रत्येक उपकेंद्र में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है।
एक अधिकारी ने बताया कि यह प्रणाली वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाएगी क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा।
मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी(पीएमएवाई-यू) के 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त भी जारी की। उन्होंने पीएमएवाई-यू के 6,600 से अधिक तैयार मकानों के गृह प्रवेश समारोह के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियां भी सौंपी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इससे पहले सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘आज बिहारवासी बेसब्री से कर रहे हैं मोदी जी का इंतजार, वह (मोदी) ऊर्जा से लेकर रेलवे, आवास से लेकर निर्यात तक कई सौगातें ला रहे हैं साथ।’’
इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय मंत्री और कई अधिकारी उपस्थित थे।
हाल के दिनों में प्रधानमंत्री कम से कम दो मौकों पर बिहार में अपने कार्यक्रम स्थलों पर खुले वाहन पर सवार होकर पहुंचे हैं।
उन्होंने पहली बार भागलपुर में ऐसा किया था जब वह फरवरी में वहां गए थे। मोदी पिछले महीने जिले में एक रैली को संबोधित करने के लिए फिर से इसी अंदाज में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे।
इस मामले में हाल के दिनों में एकमात्र अपवाद मधुबनी था, जहां से उन्होंने घोषणा की थी कि पहलगाम आतंकवादी हमले के अपराधियों को ‘‘धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ा जाएगा और ऐसी सजा दी जाएगी जो उनकी कल्पना से परे होगी।’’
राज्य में भाजपा नेताओं ने कहा था कि चूंकि मधुबनी दौरा पहलगाम हमले के तुरंत बाद हुआ था इसलिए यह निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री के आगमन को भव्य नहीं बनाया जाएगा।
| Tweet![]() |