Bihar Political Crisis: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, कहा- काम करने में हो रही थी परेशानी

Last Updated 28 Jan 2024 11:11:23 AM IST

Bihar Politcal Crisis : बिहार में राजनीति मे भारी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।


राजभवन से इस्तीफा सौंप कर वापस आने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। महागठबंधन की सरकार समाप्त हो गई है।

उन्होंने आगे कहा कि सरकार चलाने में दिक्कत आ रही थी, परेशानी हो रही थी।

उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग और इधर उधर से भी सुनने को मिल रहा था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।

उन्होंने इंडिया गठबंधन को लेकर भी कहा कि एक नया गठबंधन बड़ी मेहनत कर बनाई गई थी लेकिन उसमें कोई काम नही हो रहा था।

आगे सरकार बनाने को लेकर पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने सीधे कोई जवाब नही दिया, लेकिन इतना जरूर कहा कि लोग आएंगे तो पता चलेगा ही।

राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर राजभवन से लौटने के बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।’’

उन्होंने कहा कि वह ‘महागठबंधन’ से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे।

यह पूछे जाने पर कि उन्होंने यह फैसला क्यों किया, नीतीश ने कहा, ‘‘अपनी पार्टी के लोगों से मिल रही राय के अनुसार मैंने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूर्व के गठबंधन (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को छोड़कर नया गठबंधन बनाया था लेकिन इसमें भी स्थितियां ठीक नहीं लगी। जिस तरह के दावे एवं टिप्पणियां लोग कर रहे थे, वे पार्टी के नेताओं को खराब लगे इसलिए आज हमने (त्यागपत्र) दे दिया और हम अलग हो गए।’’

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अन्य घटक दलों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘पहले साथ रहे अन्य दल आज ही मिलकर तय करेंगे कि नयी सरकार के गठन को लेकर क्या फैसला करना है। इंतजार करिए।’’

नीतीश पर ‘‘अवसरवादी’’ होने के लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के गठन में अपनी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमने गठबंधन कराया लेकिन कोई कुछ काम ही नहीं कर रहा था... तो हमने बोलना छोड़ दिया था।’’

नीतीश कुमार आज सुबह ही अपना इस्तीफा देने के लिए राजभवन के लिए रवाना हुए थे और राज्यपाल से मिलकर उन्होंने अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया।

बिहार में मचे राजनीतिक घमासान के बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि नीतीश कुमार ने 23 जून 2023 को पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक बुलाई थी।

दूसरी बैठक 17-18 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में और फिर 31 अगस्त-1 सितंबर 2023 को मुंबई में बैठक हुई थी।

तीनों ही बैठकों में नीतीश कुमार का योगदान रहा, तो हम यह मानकर चल रहे थे कि वे भाजपा -BJP के खिलाफ लड़ेंगे, बीजेपी की विचारधारा को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल से मिलने का समय मांगा था। कहा जा रहा है कि इससे पहले जदयू के विधायक दल की बैठक में इस्तीफे को लेकर औपचारिक फैसला लिया। और फिर राजभवन जाकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौपा।

इधर, मुख्यमंत्री आवास से राजभवन तक सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीएम आवास से राजभवन तक के रास्ते को बेरकेडिंग कर दिया गया है।

सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने के बाद सरकार बनाने की कवायद प्रारंभ हो जाएगी। माना जा रहा है कि इसके बाद नीतीश नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ ले सकते हैं।

नीतीश के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने उनकी तुलना ‘गिरगिट’ से की और कहा कि राज्य की जनता उनके विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी।

उसने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से डरे हुए हैं और इससे ध्यान भटकाने के लिए यह राजनीतिक नाटक रचा गया।

दूसरी ओर, भाजपा नेता विनोद तावड़े ने बताया कि भाजपा विधायकों ने जद(यू) के समर्थन से बिहार में राजग की सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

 

समयलाइव डेस्क/एजेंसी
पटना


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