पीएफआई बैन का बिहार भाजपा ने किया स्वागत, सुशील मोदी ने शिवानंद तिवारी को घेरा
केंद्र सरकार ने देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के आतंकी गतिविधियों में लगातार सक्रिय रहने के सबूत मिलने के बाद प्रतिबंध लगा दिया है। बिहार भाजपा ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (फाइल फोटो) |
बिहार के विभिन्न इलाकों में पिछले दिनों एनआईए द्वारा पीएफआई को लेकर छापेमारी की गई थी।
इधर, केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई के प्रतिबंधित किए जाने के बाद भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी ने राजद के नेता शिवानंद तिवारी को घेरा है।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, पीएफआई पर प्रतिबंध का स्वागत करते हैं। महागठबन्धन के नेता शिवानंद तिवारी ने पीएफआई द्वारा पाकिस्तान जि़ंदाबाद नारे का समर्थन किया था। सिद्धारमैया सरकार ने पीएफआई के 1600 लोगों पर 160 एफआईआर वापस लिया था। बिहार सरकार ने फुलवारी मामले को एनआईए को देने का विरोध कर रही थी।
PFI पर प्रतिबंध का निर्णय स्वागतयोग्य।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 28, 2022
CPI (ML) और शिवानंद तिवारी ने PFI का समर्थन किया था। pic.twitter.com/80C5iSxV4J
इधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि मोदी सरकार आतंक को बढ़ावा देने वालों को प्रश्रय नहीं देती। मोदी सरकार ने पीएफआई पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगाकर फिर साबित कर दिया कि यह सरकार सपोलों को पालती नहीं, उसका फन कुचल देती है।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार के आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले पीएफआई पर बैन लगाने के निर्णय की जितनी तारीफ की जाए कम है। ऐसे निर्णयों का खुले दिल से स्वागत होना चाहिए।
पीएफआई के सहयोगी संगठनों को संरक्षित, सुरक्षित करने वाले 'जयचंदो' पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने पर ट्वीट कर लिखा, बाय बाय पीएफआई।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएफआई को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए 5 साल के लिए बैन कर दिया है। केंद्र सरकार ने अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि वैश्विक आतंकी संगठनों के साथ संबंध और कई आतंकी मामलों में शामिल होने के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाया गया है।
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