बिहार: रामा, रघुवंश के 'द्वंदयुद्ध' में फंसा राजद, जदयू ने डोरे डाले

Last Updated 27 Aug 2020 03:10:19 PM IST

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच, राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) दो 'आर' रघुवंश प्रसाद सिंह और रामा सिंह के 'द्वंद्वयुद्ध में फंस गई है।


वैशाली के सांसद रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह राजद में पूर्व सांसद रामा सिंह के पार्टी में शामिल होने की खबर से नाराज हैं।

राजद के दिग्ग्ज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की पार्टी में रामा सिंह की 'एंट्री' से नाराजगी का पता इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफो दे दिया है।

इस बीच, वैशाली से लोजपा के सांसद रहे रामा सिंह के इस महीने के अंत तक राजद की सदस्यता ग्रहण करने की खबर से पूर्व केंद्रीय मंत्री एक बार फिर नाराज हो गए हैं। सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि अगर रामा सिंह राजद की सदस्यता ग्रहण करते हैं, तो सिंह जदयू का दामन भी थाम सकते हैं।

इस बीच, बुधवार की रात रामा सिंह के राजद में शामिल होने की खबर से नाराज रघुवंश प्रसाद सिंह के समर्थकों ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की और विरोध जताया।

रघुवंश प्रसाद का पार्टी छोड़ना राजद के लालू प्रसाद यादव के लिए बड़ी क्षति मानी जा सकती है। कहा जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद का मान-मनौव्वल जारी है, लेकिन सिंह अभी तक रामा सिंह को लेकर किसी प्रकार से समझौता करने के मूड में नहीं है।

इधर, तेजप्रताप यादव के रघुवंश की तुलना राजद में एक लोटा पानी से करने और राजद को समुद्र बताए जाने से स्थिति और बिगड़ गई है। तेजप्रताप के इस बयान से रघुवंश प्रसाद बुरी तरह भड़क गए हैं।

सूत्र कहते हैं कि लालू प्रसाद यादव को नए सिरे से प्रयास करना पड़ रहा है, क्योंकि रामा सिंह भी ज्यादा इंतजार के मूड में नहीं हैं।

इधर, राजद में मचे घमासान को लेकर विरोधी पार्टियां भी लाभ उठाने के मूड में हैं।

माना जा रहा है कि रामा सिंह के राजद में 'एंट्री' होते ही रघुवंश प्रसाद 'लालटेन' का साथ छोड़कर जदयू का 'तीर' थाम सकते हैं।

कहा जा रहा है कि राजद नेता तेजस्वी यादव ने पिछला चुनाव वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से लड़ा था और जीत दर्ज की थी। लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई है। उस चुनाव में जदयू महागठबंधन में शामिल था, जबकि इस बार जदयू राजग के साथ है।

सूत्र कहते हैं कि विधानसभा चुनाव में जीत पक्की करने के लिए तेजस्वी यादव वैशाली जिले के रामा सिंह को राजद में शामिल कराने को लेकर उत्सुक हैं, लेकिन राजद रघुवंश प्रसाद को भी छोड़ना नहीं चाहता।

रघुवंश प्रसाद को नजदीक से जानने वाले राजद के एक नेता कहते हैं कि रामा सिंह के राजद में आने के बाद रघुवंश का जदयू में जाना बहुत मुश्किल नहीं है। जदयू में पहले से कई समाजवादी नेता हैं।

वैसे, इस मामले को लेकर जदयू और रघुवंश प्रसाद ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह इतना जरूर कहते हैं कि रघुवंश प्रसाद सिंह ईमानदार छवि वाले अनुभवी नेता हैं। अगर ऐसे नेता जदयू में आते हैं, तो उनका स्वागत है।

इधर, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि जो लोग रघुवंश प्रसाद सिंह को नहीं जानते हैं, वे ऐसी बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंह ने सांप्रदायियक शक्तियों से लड़ाई मजबूती से लड़ी है। इस लड़ाई को वे कमजोर नहीं होने देंगे।
 

आईएएनएस
पटना


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