प्रवासी मजदूरों के लिए वाहनों की व्यवस्था है, पैदल न चलें : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य में आने वाले प्रवासी मजदूरों से सड़कों पर पैदल नहीं चलने की अपील करते हुए कहा कि उनके लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार |
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम को लेकर किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने कहा, "सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को लाने की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है। स्टेशन पर एवं सीमा पर पहुंचे लोगों को बसों एवं ट्रेन के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।"
उन्होंने आने वाले लोगों से अपील करते हुए कहा कि गंतव्य स्थल तक जाने के लिए पैदल न चलें, लोगों द्वारा नजदीकी थाने या प्रखण्ड में सूचना देने पर उन्हें वाहनों के माध्यम से गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था है।
समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, "जो प्रवासी मजदूर क्वारंटीन सेंटर में रह रहे हैं, उन्हें सरकार के निर्णय के अनुरूप यात्रा किराये में व्यय की गई राशि एवं 500 रुपये अथवा न्यूनतम 1,000 रुपये उनके खाते में अंतरित करने के लिए अग्रिम तैयारी कर लें, जिससे क्वारंटीन की अवधि समाप्त होते ही उन्हें सहायता राशि मिल सके।"
उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि ट्रेन के माध्यम से बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द लाने की व्यवस्था की जाए, क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसी जगहों से आ रहे हैं, जहां कोरोना का संक्रमण बहुत ज्यादा है। ऐसे प्रवासी मजदूरों को लाने में और विलंब होने से संक्रमण का खतरा और बढ़ेगा।
क्वारंटीन केन्द्रों पर समुचित व्यवस्था रखने का निर्देश देते हुए नीतीश ने कहा,"क्वारंटीन केन्द्रों में आवासित प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। आने वाले प्रवासी मजदूर भी क्वारंटीन केन्द्रों में अनुशासन बनाए रखें। सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को लाने की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है।"
उन्होंने लोगों से मास्क का प्रयोग करने की भी अपील की। मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से स्वयं जागरूक रहने और लोगों को भी जागरूक करते रहने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सचेत एवं सतर्क रहने से ही कोरोना से बचा जा सकता है।
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