बिहार : कोरोना के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि
कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बीच महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई है।
(प्रतिकात्मक फोटो) |
बिहार कांग्रेस के एक नेता ने इन आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की पुलिस से मांग की है। बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने मंगलवार को कहा, "राज्य के अनेक थाना क्षेत्रों में महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटनाएं बढ़ी हैं, यह निंदनीय है। इससे यह बात उजागर होती है कि थाना स्तर पर महिला पुलिसकर्मियों की कमी है।"
कांग्रेस नेता ने घरेलू हिंसा में बढ़ोत्तरी का दावा करते हुए कहा, "हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक आंकड़ा जारी किया। इसमें कहा गया है कि अकेले मार्च महीने में ही आयोग के हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल पर घरेलू हिंसा संबंधित 587 शिकायतें दर्ज की गई हैं।"
कुमार ने राज्य सरकार से मांग की कि कानून बनाकर जल्द-जल्द से प्रत्येक थाने में महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की जाए।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने अपराध नियंत्रण को लेकर अच्छा कार्य किया है।
ललन कुमार ने आंकड़ों के हवाले से कहा, "लॉकडाउन में भी कई अपराधिक घटनाएं सामने आईं। बिहार के कई जिलों से दुष्कर्म की घटनाएं देखने को मिलीं। आठ मई को दरभंगा में 14 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इसी दिन किशनगंज में एक नाबालिग लड़की के साथ दो युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना भी प्रकाश में आई। एक मई को पटना के मसौढी में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना हुई।"
कुमार ने कहा कि कई मामलों में गिरफ्तारी हुई है, लेकिन कई मामलों में अभी भी आरोपी फरार चल रहे हैं।
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